logo

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारे पर नाचने वाले अधिकारी दिल्ली पोस्टिंग का इंतजार कीजिए- निशिकांत दूबे

9164news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची: 

निशिकांत दूबे ने लिखा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों अलटा जी, पलटा जी, भजन जी, अच्छा जी, कच्चा जी, ईजी, ऊजी सबके लिए सबक। कानून के अनुसार चलिए। कानून सम्मत काम करिए नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतजार करिए। निशिकांत दूबे ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को राज्यसभा चुनाव 2016 में हॉर्स ट्रेडिंग मामले में अभियुक्त बनाये जाने पर ये कहा। 

दिल्ली पोस्टिंग को तैयार रहें अधिकारी! 
राज्य सभा चुनाव 2016 में हुए हॉर्स ट्रेडिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया है। मामले में झारखंड में सियासी भूचाल आ गया है। राजनीतिक बयानबाजियां जारी है। झारखंड बीजेपी के नेता एक स्वर में राज्य सहरकार और झारखंड के पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ हमलावर हैं। बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने तो बकायदा ट्वीट कर कहा कि झारखंड के जो आईएएस और आईपीएस अधिकारी कानून सम्मत काम नहीं करेंगे उनको दिल्ली पोस्टिंग के लिए तैयार रहना चाहिए। बता दें कि निशिकांत दूबे ने हाल ही में बंगाल के मुख्य सचिव को दिल्ली तलब किए जाने के आलोक में ये बातें कही। 

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी साधा निशाना
मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी अधिकारियों पर निशाना साधा है। रघुवर दास ने कहा कि खबर मिली है कि झारखंड सरकार ने छह साल पुराने राज्यसभा चुनापव मामले में नई थाराएं जोड़कर इसमें शामिल करने का प्रयास किया है। यदि ऐसा है तो हम निर्णय का स्वागत करते हैं। पिछले 4 साल से जांच चल रही है। मामले में कुछ नहीं मिला। राजनीतिक कारणों से इसमें कुछ ना कुछ नई धाराएं जोड़ने का प्रयास किया जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने भी कहा कि राजनीति में कुछ भी शाश्वत नहीं है। झारखंड में बदले और विद्वेष की राजनीति की जा रही है। 

बीजेपी और झामुमो में जारी है सियासी बयानबाजी
गौरतलब है कि झारखंड में कोरोना महामारी के बीच भी बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच सियासी बयानबाजी जारी है। बीजेपी जहां कोरोना महामारी को लेकर हेमंत सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाती है वहीं झामुमो भारतीय जनता पार्टी पर केंद्र की तरफ से कोई मदद नहीं ला पाने का आरोप लगाती है। यही नहीं हाल ही में सीएम हेमंत सोरेन द्वारा घोषित फ्री कफन योजना की भी बीजेपी ने मुखर आलोचना की थी। निशिकांत दूबे ने तो डाक के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर कफन ही भेज दिया था जिसकी झामुमो ने आलोचना की थी।