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नवाज शरीफ से नहीं बल्कि अपने पीएम से मिलने गया था, इसमें हर्ज क्या है: उद्धव ठाकरे

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द फॉलोअप टीम, मुंबई:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की। यह बैठक दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास में संपन्न हुई। उद्धव ने प्रधानमंत्री के साथ अलग से भी मुलाकात की है। चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर उद्धव ने प्रधानमत्री के साथ पर्सनल बैठक क्यों की। इसके कई सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं। 


पीएम से मिला नवाज शरीफ से नहीं!
उद्धव ठाकरे ने इस पर ब्यान दिया कि वह पाकिस्तान से पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात नहीं करने गए थे बल्कि अपने पीएम से मिल रहे थे तो इसमें किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम भले ही राजनितिक तौर पर अलग है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारा रिश्ता टूटा है। हम मिल सकते  हैं और राज्य हित में बात कर सकते हैं। 

राजनीतिक अलगाव है रिश्ता टूटा नहीं है!
मंगलवार को हुई इस बैठक में मराठा आरक्षण, कोरोना संकट और ताउते तूफान से हुए नुकसान की चर्चा हुई। बैठक में अजीत पवार और कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण भी मौजूद रहे। इस बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने पीएम से अलग से मुलाकात की जिसके कई सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं। उद्धव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र की समस्याएं रखीं और बेहद सकारात्मक बात हुई। पर्सनल मुलाकात पर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हम भले ही राजनीतिक रूप से साथ नहीं हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारा रिश्ता टूट चुका है। 

ताऊते और मराठा आरक्षण पर भी हुई बात
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं कोई नवाज शरीफ से मिलने नहीं गया था। अगर मैं पीएम से अलग से मिलता हूं तो इसमें कुछ गलत नहीं होना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के संबंध में पीएम मोदी से कई मांगे रखीं। मराठा आरक्षण को लेकर बात की। SC/ST पदोन्नक्ति आरक्षण को लेकर चर्चा हुई। साथ ही उन्होंने पीसी में कहा 'इसके अलावा किसान के मुद्दे को भी हमने पीएम के सामने रखा है। जैसे फसल के लिए कर्ज मिलता है वैसे ही फसल के लिए बीमा मिल जाएं। इसके लिए हमने बीड मॉडल का जिक्र किया है। पीएम मोदी ने विश्वास दिलाया है कि इस संबंध में अधिकारियों से बात करेंगे।'

पीएम मोदी की वैक्सीनेशन पॉलिसी को सराहा
उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री का वैक्सीन पॉलिसी को लेकर धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन में जो रुकावटें आ रहीं थी अब वह नहीं आएगी। केंद्र ने अपने ऊपर सारी जिम्मेवारी ले ली है। उद्धव ने कहा, 'हमें 18- 44 उम्र वर्ग के 6 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए 12 करोड़ डोज की जरूरत थी। हमने कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली क्योंकि पर्याप्त और स्थिर आपूर्ति नहीं थी। प्रधानमंत्री ने टीकाकरण की सारी जिम्मेदारी केंद्र के पर ली है तो हम उनको धन्यवाद देना चाहते हैं और अपेक्षा करते हैं कि जो रुकावटें आ रही थीं वे अब दूर हो जाएंगी और जल्द से जल्द सबका टीकाकरण हो जाएगा।'

एनडीआरएफ के प्रावधानों में बदलाव की मांग
उद्धव ठाकरे ने एनडीआरएफ के प्रावधानों में बदलाव की मांग भी की। उन्होंने कहा, 'मुंबई, कोकण के समुद्र किनारों पर तूफान टकराता है। अभी 10-15 दिन पहले भी ऐसे ही तूफान मुंबई समेत राज्य के समुद्र तटीय क्षेत्रों को छूकर गया। भले ही तूफान ने सिर्फ स्पर्श किया हो लेकिन उसकी वजह से नुकसान बहुत हो जाता है। इसको लेकर भी हमने पीएम के सामने बात रखी है। ऐसे समय के लिए केंद्र को अब मदद के नियम बदलने चाहिए। एनडीआरएफ के प्रावधानों को ठीक करने की जरूरत है, जो NDRF की तरफ से पैसा आता है वह राज्यों को कम मिल पाता है। एनडीआरएफ के प्रावधान पुराने हैं इन्हें बदलने की मांग की।'