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नशे के आदी हो रहे बाल कैदी, कई आपत्तिजनक सामान बरामद

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द फॉलोअप टीम, रांची:
बाल सुधार गृह का उद्देश्य बाल कैदियों को सजा देने के लिए नहीं बल्कि उनमें सुधार हो इसको लेकर स्थापित की गई थी, लेकिन बदलते समय के साथ ये देखा जा रहा है कि यहां रह रहे बाल कैदी सुधरने की बजाये गलत कार्य के लत में आ जाते है। राजधानी रांची के डूमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में रविवार को इंटरनल रेड किया गया। कर्नल जेके सिंह की ओर से हर वार्ड की तलाशी ली गई। इस छापेमारी में कुछ मोबाइल और आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं।

सप्लायर की गिरफ्तारी के बाद हुई रेड
बाल सुधार गृह में 105 से अधिक बाल कैदी हैं, जिनमें से कई नशे के आदी हैं। नशे की आपूर्ति के लिए कुछ लोग चोरी-छिपे छोटे-छोटे पैकेट्स बनाकर जेल के अंदर की चाहरदीवारी से फेंक देते हैं, जिसके बाद बाल कैदी उसका प्रयोग करते हैं। शनिवार को भी स्कूटी पर सवार एक व्यक्ति लगातार बाल सुधार गृह के आसपास घूम रहा था। मौके पर मौजूद सैप के जवानों को उस पर शक हुआ जब उसे सैप के जवानों ने रोका तो वह भागने लगा जिसके बाद उसे खदेड़ कर पकड़ लिया गया। रविवार की सुबह सैफ कमांडेंट कर्नल जेके सिंह के नेतृत्व में अचानक बाल सुधार गृह में छापेमारी की गई। इस दौरान अलग-अलग वार्ड से दो स्मार्ट फोन, चार्जर, लाइटर, स्क्रू-ड्राइवर, चिलम, मोबाइल बैटरी और नशे के कुछ सामान बरामद किए गए।