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Tokyo Olympics 2020: पदक जीतने वाले एथलीट के कोच को मिलेगा 'कैश प्राइज', भारतीय ओलंपिक संघ ने की घोषणा

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 

भारतीय ओलंपिक संघ ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में खिलाड़ियों के साथ गए कोच के लिए बड़ा एलान किया है। भारतीय ओलंपिक संघ ने घोषणा की है कि पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के कोच को भी नकद पुरस्कार दिया जाएगा। भारतीय ओलंपिक संघ ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीट के कोच को साढ़े बारह लाख रुपया मिलेगा। रजत पदक जीतने वाले एथलीट के कोच को 10 लाख और कांस्य पदक पर साढ़े सात लाख रुपया मिलेगा। ओलंपिक में गए कोच के लिए निसंदेह ये एक बड़ी खबर है।

 

आईओए महासचिव राजीव मेहता ने की घोषणा
भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि जो भी कोच एथलीट के साथ टोक्यो में हैं औऱ जिन्होंने उन्हें प्रशिक्षित किया है उन कोचेज को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। राजीव मेहता ने कहा कि इससे उन कोच का मनोबल ऊंचा होगा। वे और बढ़िया काम करेंगे। इस सिलसिले में वेटलिफ्टिंग में भारत को पहला रजत पदक दिलाने वाली  मीराबाई चानू के कोच विदय शर्मा को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। गौरतलब है कि भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता।

मीराबाई चानू ने टोक्यो में खोला पदक का खाता
मणिपुर की रहने वालीं भारतीय एथलीट मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पदकों का खाता खोला। बता दें कि विजय शर्मा उनके कोच हैं। बीते कई सालों से विजय शर्मा मीराबाई चानू को प्रशिक्षण देते आ रहे हैं। उनकी कोचिंग में मीराबाई चानू ने साल 2014 के ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत, 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड, एशियन चैंपियनशिप में कांस्य और वेटलिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। रियो ओलंपिक में हालांकि मीराबाई चानू को नाकामयाबी मिली थी लेकिन टोक्यो में पदक जीतकर मीराबाई ने उसकी कसक दूर कर ली है। 

कोच विजय शर्मा ने निखारी मीराबाई की प्रतिभा
गौरतलब है कि रियो ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद मीराबाई चानू के साथ-साथ उनके कोच विजय शर्मा की भी काफी आलोचना की गई थी। तब मीराबाई चानू ने कहा था कि ओलंपिक्स में किसी ने मेरा समर्थन नहीं किया। मैं आज जो भी हूं, यहां तक पहुंचाने में वेटलिफ्टिंग फेडरेशन और कोच का बहुत बड़ा योगदान है। मैं आगामी इवेंट्स में अच्छा प्रदर्शन करूंगी। मीराबाई चानू ने तब कहा था कि उनका चुका हुआ ना मान लिया जाये।