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4th JIFFA का रंगारंग समापन, राज्यपाल बोले- झारखंड की खूबसूरती को फिल्मों और टीवी के माध्यम से बढ़ावा मिलना चाहिए

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द फॉलोअप टीम, रांची:

तीन दिनों से चल रहे चौथे झारखंड अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आज रंगारंग समापन हो गया। इस दौरान देश-विदेश की 152 फिल्मों का आनंद रांची वासियों से उठाया। वहीं लोक संस्कृति के ठाठ भी अपने रंग में रहे। आर्यभट्‌ट सभागार, मेारहाबादी में हुए समापन समारोह में फिल्म अभिनेत्री पूनम ढिल्लों और अभिनेता गुलशन ग्रोवर भी शामिल हुए।  बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित सूबे के राज्यपाल ने कहा कि झारखंड में प्रकृति ने बहुत ही समृद्धि प्रदान की है। इसकी खूबसूरती को फिल्मों के माध्यम से टीवी के माध्यम से बढ़ावा मिलना चाहिए। अगर इस ओर ध्यान दिया गया तो विदेशों में जाकर शूटिंग करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।

राज्यपाल ने कहा कि, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री के रूप में मुझे कई देशों में आयोजित फिल्म फेस्टिवल में जाने का अवसर प्राप्त हुआ। झारखंड राज्य में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में आयोजन होना गौरव का विषय है। प्रसन्नता का विषय है कि आज इस कार्यक्रम में गुलशन ग्रोवर एवं पूनम ढिल्लो समेत कई कलाकारों ने भाग लिया है। फिल्मों के स्वरूप में अभी पूर्व की अपेक्षाकृत काफी परिवर्तन आया है। फिल्मों में संगीत की शैली में भी बदलाव देखा जा रहा है।  झारखंड राज्य के युवा अत्यंत मेधावी हैं। फिल्म व अभिनय के प्रति भी उनकी काफी रुचि है। ऐसे में यहाँ शूटिंग होने से उन्हें भी अपनी प्रतिभा दिखाने के बेहतर अवसर मिलेंगे। 
  

आयोजन कमेटी प्रवक्ता सह उपाध्यक्ष, जिफा सुनील सिंह बादल के मुताबिक राज्यपाल की उपस्थिति में रंगारंग कार्यक्रमों की शुरुआत राधा श्रीवास्तव के एक बिरहा से हुई। बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री पूनम ढिल्लन ने कहा कि झारखंड बहुत खूबसूरत प्रदेश है चार पांच साल पहले भी वह यहां आ चुकी हैं। सरकार और अन्य लोग सहयोग करें तो देश की सभी फिल्म इंडस्ट्री के लोग यहां शूटिंग के लिए आ सकते हैं । ड्रग्स से बॉलीवुड की छवि खराब हुई  पूछने पर उन्होंने कहा कि छवि जरूर प्रभावित हुई है लेकिन इस तरह की बातें होती रहती हैं।

 

पूनम ने कहा कि भविष्य में इसमें सुधार होगा। ओटीटी प्लेटफॉर्म के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि यह एक अवसर है जो कि ग्लोबल रूप में फिल्मों को पहुंच  प्रदान करता है। अभी बॉलीवुड में क्या चल रहा है क्या स्थिति है पूछने पर उन्होंने कहा कि रांची आने पर उन्होंने देखा कि यहां मास्क बहुत कम लोग लगा रहे हैं यह चिंता की बात है । वहां शूटिंग होती है मुंबई में तो कोरोना प्रोटोकॉल का बहुत सख्ती से पालन किया जाता है और हर 15 मिनट पर लोग सैनिटाइजर का प्रयोग करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय मॉडल जेसिका नॉक ने जिफा की प्रशंसा की और कहा कि मुंबई में संघर्ष करने के लिए बहुत पैसे खर्च होते हैं अगर झारखंड में यह अवसर मिले तो एक बहुत बड़ा असर होगा और जिफा इसके लिए जो प्रयास कर रही है वह उसी की शुरुआत है। सभी लोगों को सहयोग करना चाहिए कि ताकि यहां एक फिल्म इंडस्ट्री खड़ी हो ।  भविष्य में बहुत बड़ी संख्या में विदेशी फिल्में भी इस से जुड़ेंगे।

 

मूल रूप से पलामू के रहने वाली चंडीगढ़ की निवासी शिवानी शर्मा कई फिल्मों में काम कर रही हैं जिसमें अभी बन रही सुरीली फिल्म सहित हिंदी फिल्में वेब सीरीज के अलावा हरियाणवी और पंजाबी एल्बम में काम किया है।  ओटीटी को उन्होंने एक अवसर एक  बड़ा प्लेटफार्म बताया और यह कहा कि पंजाब और मुंबई में जिस तरह की फिल्म इंडस्ट्री बनी हुई है झारखंड में इसकी पूरी संभावना है। बहुत ही सुंदर प्राकृतिक दृश्य है और यहां की आबोहवा बहुत अच्छी है। ड्रग्स के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह उचित नहीं है इससे बचना चाहिए।

आयोजन में चंद्रप्रकाश देवल, डॉ महुआ माजी, केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशि भूषण दास और पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख आदि उपस्थित थे।डॉक्यूमेंट्री फिल्म सरायकेला छौ के निर्देशक कुमार सावन को स्पेशल ज्यूरी एप्रिशिएशन एवार्ड दिया गया।