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ईंधन की बढ़ती दरों के खिलाफ पेट्रोल पंपों के सामने कांग्रेस नेताओं ने किया सांकेतिक विरोध

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द फॉलोअप टीम, रांची:
पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमत में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आज राज्यभर के पेट्रोल पंप के पास सांकेतिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया गया। बरियातु के ही एक पेट्रोल पंप के सामने प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव खुद कोरोना गाइडलाइन के दिशा-निर्देश का पालन करते हुए इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदीप तुलस्यान, पूर्व विधायक गीताश्री उरांव, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ, डा राजेश गुप्ता छोटू, राजेश सिन्हा सन्नी और वरिष्ठ नेता मदन मोहन शर्मा, एनएसयूआई के नेशनल कोर्डिनेटर शारीक अहमद,जयन्त जयपाल सिंह मुण्डा समेत अन्य नेता मौजूद थे। 

अराजकता की स्थिति उत्पन्न होगी 
रामेश्वर उरांव ने इस विरोध में चेतावनी देते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोत्तरी के कारण सभी चीजों की कीमत में वृद्धि हुई है। अगर इस पर शीघ्र अंकुश नहीं लगाया गया, तो पूरे देश में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो सकती हैं। सात साल पहले 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 145 प्रति डॉलर थी, उस वक्त देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत 70 रुपये से नीचे थे, लेकिन आज जब क्रूड ऑयल की कीमत 73 रुपये है, तो पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के करीब पहुंच गयी है। यहीं भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सात वर्षां के कार्यकाल में विकास का नमूना है। 

अडानी को बताया मोदी का सबसे अच्छा दोस्त  
रामेश्वर उरांव ने केंद्र सरकार का विरोध किया है और कहा है कि यह सरकार सिर्फ मुनाफाखोरी और व्यापारियों को मदद पहुंचाने का काम कर रही है।  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे अच्छे दोस्त अडाणी है और वह दिन दूर नहीं है, जब वे दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में अग्रणी होंगे। खुद को उन्होंने कांग्रेस के एक सिपाही बताते हुए कहा कि वह जनसमस्याओं के निदान को लेकर हमेशा खड़े है।  


वैक्सीन पर भी हुई चर्चा 
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को यह मालूम नहीं है कि लोग किन कठिनाईयों से गुजर रहे है, पेट्रोलियम पदार्थां की कीमत बढ़ने से ट्रांसपोटेशन चार्ज बढ़ जाता है और हर चीज महंगी हो जाती है। दुनिया में कोई ऐसा देश नहीं होगा, जिसने विकास का यह मॉडल अपनाया होगा। डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा इतना ही नहीं संघीय ढांचे में केंद्र सरकार वैक्सीनेशन का खर्च वहन करती रही है आज पहली बार राज्यों को वैक्सीन खरीदना पड़ रहा है, लोगों के दबाव में वापस लेना पड़ा किंतु गलत परंपरा की शुरुआत प्रधानमंत्री जी ने की।

प्रवक्ता ने भी निशाना साधा 
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि देश सिर्फ कोरोना ही नहीं, बल्कि भाजपा निर्मित आपदा महंगाई का भी सामना कर रहा है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच भाजपा ने पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर लूट को अवसर बनाकर भुनाया है। उन्होंने कहा कि महाबारी के बाद से ही भारत में पेट्रोल-डीजल की अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी हुई हैं। इन 13 महीनों में पेट्रोल की कीमत में 26.70 रुपये और डीजल की कीमत में 25.02 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। देश में पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती सिर्फ चुनावी अवसरों पर होती हैं। 27 फरवरी को चुनाव की घोषणा होने पर मार्च में तीन और अप्रैल में 1 बार कीमत में कटौती की गयी, लेकिन चुनाव खत्म ही कीमत में वृद्धि फिर चालू हो गयी। मई महीने में 16 बार और जून महीने में पांच बार अब तक कीमत में वृद्धि हो चुकी है।