logo

मंत्रिमंडल विस्‍तार में फंसे गुजरात के नए सीएम, आपसी कलह में उलझी भाजपा

12866news.jpg

द फॉलोअप टीम, अहमदाबाद:

गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रुपानी के इस्तीफे और भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाये जाने से गुजरात की सियासत में एक नया भूचाल आ गया है। आज नए मंत्रिमंडल के सदस्यों को शपथ दिलाई जाने की ख़बर थी, लेकिन उसे टाल दिया गया है। इसकी वजह बताई जा रही है, बिल्‍कुल नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करना। इसमें पिछले मंत्रिमंडल में शामिल रहे 90 फीसदी मंत्रियों के नाम शामिल नहीं हैं। भूपेंद्र पटेल को भाजपा आलाकमान और गुजरात बीजेपी के नेताओं को साथ-साथ साधना मुश्‍किल हो रहा है। 

नए मुख्यमंत्री पर दोतरफा दबाव
गुजरात बीजपी में ही अंदरूनी कलह की आशंका बढ़ गई है। मिल रही खबर के मुताबिक भाजपा आलाकमान ने 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण चाहता है। इससे पहले भूपेंद्र पटेल को रूठे नेताओं को संतुष्ट करना होगा। भाजपा आलाकामन भाजपा आलाकमान ने गुजरात की भाजपा इकाई के प्रभारी भूपेंद्र यादव को समाधान का दायित्‍व सौंपा है। मंत्रिमंडल के गठन की जिम्मेदारी भी उन्‍हें को सौंपी गई है। जातीय समिकरण का भी ध्‍यान रखने का निर्देश है।

 

 

चुनाव पर पार्टी की नज़र
भाजपा आलाकमान गुजरात में विधानसभा चुनाव के जीत को लेकर असमंजस की स्‍थिति में नहीं रहना चाहता। भाजपा के गुजरात हारने से भाजपा कार्यकर्ताओं में ये सीधा सन्देश जायेगा कि कभी गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी के गढ़ में हीं भाजपा कमजोर होती जा रही है। यही वजह है की पटेल समाज से आने वाले भूपेंद्र पटेल को गुजरात का नया मुख्यमंत्री बनाया गया ताकि ताकि नाराज बहुसंख्‍यक पटेल समाज को मनाया जा सके।