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जिन पांच राज्यों में होने हैं चुनाव, आयोग ने वैक्सीनेशन में तेजी लाने के दिए निर्देश

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली:

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक और तीसरी लहर की आशंका के बीच कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद हो रहे हैं। वहीं मार्च-अप्रैल में देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।  कोई सियासी दल चुनाव टालने के मूड में नहीं दिखालाई पड़ता है। वहीं चुनाव आयोग भी साफ कर चुका है कि चुनाव टाले नहीं जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने मीडिया के मार्फत बताया था कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के करीब सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बातचीत की है। कोई भी चुनाव टालने के पक्ष में नहीं है। कोरोना नियमों का पालन करते हुए सावधानी से चुनाव कराना सभी चाहते हैं। इधर, चुनाव आयोग ने चुनावी राज्यों को चिट्ठी भेजकर कोरोना टीकाकरण अभियान तेज करने को कहा है।

चुनाव आयोग की ओर से सोमवार को पंजाब, उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर के मुख्य सचिवों को चिट्ठी भेजी गई है। जिसमें बढ़ते कोरोना मामलों के कारण वैक्सीनेशन में तेजी लाने का निर्देश दिया है। मणिपुर को लेकर आयोग खासा चिंतित है। मणिपुर में कोरोना की पहली खुराक का प्रतिशत बहुत कम है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी इसका प्रतिशत कम है। वहीं उत्तराखंड और गोवा में करीब सभी को (100 प्रतिशत) कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है।