द फॉलोअप टीम, रांची:
बीते 15 सालों से डॉक्यूमेंट्री फिल्मों से जुड़े हुए रांची के दीपक बाड़ा ने बेहद ही शानदार फिल्म ‘THE UGLY SIDE OF BEAUTY’ (सौंदर्य का बदसूरत पक्ष) बनाई है। आज इसकी चर्चा इसलिए हो रही है कि यह इंटरनेशनल फिल्म अवार्ड ‘JAPAN PRIZE 2021’ से सम्मानित हुई है। इसकी जानकारी जापान सरकार की प्रसारण संस्था एनएचके की ओर से बीते 9 नवंबर को जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित फिल्म फेस्टिवल में ऑनलाइन दी गई। दीपक बाड़ा की फिल्म को यह स्पेशल अवार्ड ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स’ के लिए दिया गया है। इस अवार्ड में 48 देशों से अलग अलग कैटेगरी में 267 फिल्म की इंट्री आई थी।
अभ्रक के अवैध खनन पर आधारित है डॉक्यूमेंट्री
48 मिनट की यह फिल्म झारखंड के कोडरमा, गिरिडीह जिलों में अवैध ढंग से हो रहे अभ्रक खनन पर आधारित है। फिल्म के केंद्र में आदिम जनजाति बिरहोर समुदाय की ज़ार-ज़ार होती जिंदगी भी है। किस तरह अपने परिवार के साथ मिलकर अभ्रक खनन और ढिबरा चुनने का वो काम करते हैं।अवैध खनन के व्यापार के राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक पहलुओं की गहरी पड़ताल भी फिल्म करती है।
कई पुरस्कार से सम्मानित दीपका बाड़ा
कई राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित दीपक बाड़ा बताते हैं कि निर्माता के रूप में ‘JAPAN PRIZE 2021’ उनके करियर में अबतक का सबसे बड़ा अवार्ड और मत्वपूर्ण सम्मान है। ‘THE UGLY SIDE OF BEAUTY’ फिल्म में बतौर कैमरामैन आनंद हेम्ब्रोम, सुदीप भेंगरा, मिन्हाज अख्तर, अपूर्व देवलकर की भूमिका रही है। जबकि शोधकार्य के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार अशोक वर्मा और सिंगापुर के डैनवाच ने काम किया है।फिल्म के लेखक व सह निर्माता सुमित्रा गोपाल और कार्यकारी निर्माता गैलन यो, खिम्म लो है। फिल्म को द मूविंग विजूअल्स कंपनी प्राइवेट लिमिटेड सिंगापुर के द्वारा. चैनल न्यूज एशिया के लिए कमीशन किया गया है।
14 नंवबर को रांची में शो
पुरस्कृत फिल्म ‘THE UGLY SIDE OF BEAUTY’ का सार्वजनिक प्रदर्शन 14 नंवबर, दिन रविवार को रांची के पुरूलिया रोड स्थित XISS सभागार में दोपहर 3.00 बजे किया जाएगा।