द फॉलोअप टीम, पटना:
पटना के पुनपुन इलाके में दिल दहलाने वाली घटना घटी। पुनपुन थानाक्षेत्र के अलाउद्दीन चक में एक झोंपड़ी में भीषण आग लग गयी। आगजनी की इस घटना में 4 मासूम बच्चों की जलकर मौत हो गयी। सभी सगे भाई-बहन थे। मरने वालों में तीन लड़कियां और 1 लड़का शामिल है। सभी बच्चों की उम्र महज 4 से 12 वर्ष के बीच थी। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
मरने वाले सभी सगे भाई-बहन थे
आगजनी की इस घटना में मरने वाले बच्चों की पहचान 12 साल की डॉली, 8 साल की राखी, 6 साल की आरती और 4 साल के अंकित के रूप में की गयी। बच्चों का पिता छोटू पासवान मजदूरी करता है। पत्नी भी मजदूरी करती है। घटना वाले दिन माता-पिता बच्चों को झोंपड़ी में ही रहने की हिदायत देकर काम पर गये थे। कोरोना के डर से बच्चों को कहीं बाहर जाने से मना किया था।
खाना बनाने में लगी थी आग
घटना की आरंभिक जांच में पता चला है कि घर की बड़ी बेटी डॉली खाना बना रही थी। बाकी बच्चे झोंपड़ी में ही खेल रहे थे। झोंपड़ी का दरवाजा अंदर से बंद था। खाना बनाने के दौरान एक चिंगारी भड़की और झोंपड़ी में आग लग गयी। कुछ ही मिनटों में झोंपड़ी धू-धूकर जलने लगी। आग लगी तो बच्चों में चीख-पुकार मच गयी। चीख-पुकार सुन जब तक लोग मदद के लिए पहुंचते काफी देर हो चुकी थी। झोंपड़ी में भड़की आग ने चारों बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया।
दंपत्ति पर टूटा दूखों का पहाड़
पड़ोसियों ने छोटू पासवान और उसकी पत्नी को घटना की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही दंपत्ति भागे-भागे घर पहुंचे। उनका सब कुछ खत्म हो चुका था। चारों बच्चों की जलकर मौत हो गयी। पूरी झोंपड़ी और उसमें रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया। एक साथ अपने चारों बच्चों को खो देने से दंपत्ति का रो-रोकर बुरा हाल है। इधर पुलिस ने चारों बच्चों के शवों का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।