द फॉलोअप टीम, रांची:
अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सह हज़ारीबाग़ के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ने नए तीन कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया तो सड़क और रेल जाम किया जाएगा। जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा। झारखंड से खनिज राज्य से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। वो राजभवन के समक्ष आयोजित किसान पड़ाव में बोल रहे थे।
राजभवन के समक्ष किसान पड़ाव
किसान पड़ाव का आयोजन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, झारखंड ने किया है। इसका मकसद दिल्ली में किसानों के आंदोलन का समर्थन करना है। मौके पर कलाम रशीदी, अजय कुमार सिंह, उमेश नज़ीर, लोकेश आनन्द, अलोका कुजूर, प्रफुल्ल लिंडा, सुशांतो मुखर्जी, भुवनेश्वर केवट सहित कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किया। सभा की अध्यक्षता राजेंद्र गोप ने की।
संविधान का उल्लंघन ठीक नहीं
मासस नेता मिथिलेश सिंह ने कहा कि इस मामले में सरकार की हार निश्चित है। देश के अन्नदाताओं की अनसुनी नहीं की जा सकती है। सरकार की हर चाल को किसान नाकाम कर रहे हैं। वहीं माकपा नेता सुफल महतो ने कहा कि केंद्र सरकार आरएसएस और कॉरपोरेट घरानों के इशारे पर किसानों को खेत मजदूर बनाने की साजिश कर रही है। इसके लिए वे संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं।