द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
अब भारत में 18 साल से अधिक आयु के सभी नागरिकों को वैक्सीन देने की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को वैक्सीन दी जायेगी। भारत सरकार अब तक 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को ही कोरोना का टीका लगा रही थी। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने सुझाव दिया था कि आयु सीमा छोड़ सभी जरुरतमंद लोगों को टीका लगाया जाना चाहिए।
जनवरी में शुरू हुआ था वैक्सीनेशन
बता दें कि भारत में जनवरी माह से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गयी थी। पहले चरण में कोरोना वॉरियर्स को टीका लगाने का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें 3 करोड़ नागरिकों को टीका लगाने का लक्ष्य तय किया गया था। दूसरे चरण में 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोरोना का टीका लगाने की शुरुआत की गयी थी। इसकी शुरुआत 1 अप्रैल से हुई थी। दूसरे चरण के तहत वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए 12 अप्रैल से टीका उत्सव की भी शुरुआत की गयी थी। 1 अप्रैल से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत में पीएम मोदी ने खुद टीका लगवाया था।
भारत में दो वैक्सीन को मिली मंजूरी
भारत में फिलहाल दो वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की इजाजत दी गयी है। भारत में कोवैक्सीन और कोविशील्ड का टीका लोगों को लगाया जा रहा है। कोवैक्सीन का निर्माण हैदराबाद स्थित दवा निर्माता कंपनी भारत बायोटैक ने किया है वहीं कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया। कोविशील्ड का निर्माण ब्रिटेन की दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की टीम ने मिलकर किया। अब रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी को भी भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। इसकी पहली खेप जून में आएगी।
कई वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल जारी
भारत में कुछ और वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल जारी है। अहमदाबाद की दवा निर्माता कंपनी जायडस कैडिला जायकोव नाम की वैक्सीन बना रही है। भारत बायोटैक एक नेजल वैक्सीन बना रही है। इसके अलावा विश्व में बात की जाए तो अमेरिका ने जॉनसन एंड जॉनसन नाम की वैक्सीन बनाई है। चीनी ने साइनोवैक बायोटैक नाम की वैक्सीन बनाई है। इन सभी को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है।