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बाबूलाल जी... आज 10 मई है, कहां हो रहा है आपका शपथ ग्रहण, पढ़िए! झामुमो ने ऐसा क्यों कहा

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
आज 10 मई है। एक तारीख होने के अलावा वैसे तो इसका कोई खास महत्व नहीं है लेकिन मधुपुर उपचुनाव के बीच ये तारीख खास हो गयी। इस तारीख को खास बनाया था भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता निशिकांत दूबे ने। उन्होंने दावा किया था कि 10 मई को झारखंड में बाबूलाल मरांडी ने नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। अब जब 10 मई आई गयी है तो सवाल पूछा जा रहा है। 



सुर्खियों में है झामुमो पूर्वी सिंहभूम का ट्वीट
ताजा मामला झारखंड मुक्ति मोर्चा की पूर्वी सिंहभूम इकाई द्वारा किए गए ट्वीट का है। ट्वीट में लिखा है कि बाबूलाल जी आज 10 मई है। कहां हो रहा है आपका शपथ ग्रहण. झाऱखंड की जनता बहुत व्याकुलता से इंतजार कर रही है। और निशिकांत जी आपकी ताजपेशी को इंतजाम में लगे हैं क्या महाशय। झामुमो की पूर्वी सिंहभूम इकाई के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किया गया ये ट्वीट काफी सुर्खियां बटोर रहा है। वैसे भी बीते कुछ दिनों से बीजेपी और झामुमों में ट्विटर बाजी जारी है। ये ट्वीट क्यों किया गया। निशिकांत दूबे पर तंज क्यों कसा गया। बाबूलाल निशाने पर क्यों है? 

निशिकांत दूबे ने किया था सरकार का दावा
गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दूबे ने 17 अप्रैल को ट्वीट किया था। लिखा था कि आपने मधुपुर को भाजपा का विधायक दिया। हम आपको बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में जल्द ही मुख्यमंत्री देंगे। ये ट्वीट मतदान खत्म होने के बाद किया गया था। इससे पहले भी निशिकांत दूबे ने एक ट्वीट किया था।  उस ट्वीट में लिखा था कि मधुपुर विधानसभा के समस्त मतदाताओं से मेरा निवेदन के है कि राज्य में होने वाले परिवर्तन का उद्गोषक बनकर बीजेपी के पक्ष में मतदान करें। इससे पहले निशिकांत दूबे ने कहा था कि यदि जनता से मेरी अपील है कि मधुपुर से गंगा नारायण सिंह को जिताइये। 10 मई को बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनेगी। 

हफीजुल ने बीजेपी प्रत्याशी को हराया
बता दें कि पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन से मधुपुर विधानसभा सीट खाली हो गयी थी। वहां उपचुनाव करवाया गया। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल हसन अंसारी को प्रत्याशी बनाया था। बीजेपी ने पिछली बार आजसू के प्रत्याशी रहे गंगा नारायण सिंह को प्रत्याशी बनाया था। चुनाव में हफीजुल ने गंगा नारायण सिंह को 5 हजार से भी ज्यादा मतों से हराया। हफीजुल विधायक बनने से पहले ही मंत्री बनाए जा चुके थे। वे झारखंड के पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने विधायकी की शपथ बाद में ली और मंत्रीपद की शपथ पहले। इस बीच बयानबाजी जारी है।