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झारखंड कांग्रेस ने भी 'अनलॉक' का समर्थन किया, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सराहना की

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

झारखंड में नए कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने लगी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रदेश की जनता से अनलॉक को लेकर सुझाव मांगा है। अब झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने सीएम द्वारा अनलॉक के लिए सुझाव मांगने के फैसले का स्वागत किया है। कांग्रेस ने कहा कि संवेदनशील महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री मनवाणी सुनाने की बजाय जनवाणी सुनने में विश्वास करते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि उक्त बातें एक प्रेस विज्ञप्ति में कही। 

कोरोना पर ब्रेक लगाने में झारखंड कामयाब
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि यह सरकार के संवेदनशीलता और उससे लोगों के सहयोग का परिणाम है कि कोरोना के संक्रमण के रफ्तार में ब्रेक लगाने में झारखण्ड कामयाब हुआ है।  पिछले 5 दिनों से नये संक्रमित मरीज 500-800 के बीच मिले है। वहीं राज्य में कोरोना संक्रमण दर 1.5 % है। वहीं अभी राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 9906 है, जो अन्य सभी राज्यों की तुलना सबसे कम है। यह सामूहिक प्रयासों का और सरकार के द्वारा समाज के सभी क्षेत्रों यथा जनप्रतिनिधियों उधमियों व्यवसायियों चिकित्सकों सेना जिसमें पंचायत से लेकर सांसद तक से विचारों और सुझाव के तहत समय समय पर निर्णय लेना तथा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना शामिल है का नतीजा है। 

कांग्रेस खोलने का निर्धारित समय बढ़ाया जाये
राजीव रंजन ने कहा कि सोशल मीडिया पर मैंने भी व्यक्तिगत रूप से सुझाव दिया है कि संक्रमण की रफ्तार कम हुई है पर खतरा टला नहीं है इसलिए पाबंदियों को बरकरार रखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया राज्य में लागू हो। साथ ही साथ वैक्सीनेशन की गति को तेज करना आवश्यक है। संस्थानों को खोलने के निर्णय भी बच्चों को ध्यान में रखकर लिए जाएं तो बेहतर होगा। जीविका को गति देना भी जरूरी है इसलिए दुकानों को खोलने की समयावधि में परिवर्तन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी दुकान खोलने का समय 2 बजे तक निर्धारित है। इसको बढ़ाना चाहिए। 

सामूहिक प्रयासों से पाई महामारी पे काबू
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि यह महागठबंधन सरकार की दूरदर्शी सोच ही है जो सरकार तमाम विरोधाभाष नकारात्मकता पक्ष विपक्ष के सीमा से ऊपर सामूहिकता से कोरोना से जंग लड़ रही है जिसमें सफलता भी मिली है चाहे वह पहली लहर हो या दूसरी लहर ।