द फॉलोअप टीम, रांची:
इस मॉनसून झारखंड में खूब बारिश हुई। बादल पिछले 21 दिनों से प्रदेश पर मेहरबान है। मौसम विभाग के मुताबिक केवल जून महीने में ही राज्य में 219.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। ये पिछले मॉनसून से 104 फीसदी ज्यादा है। इस अवधि में आमतौर पर 107.8 मिमी बारिश होती रही है। मिली जानकारी के मुताबिक इस मॉनसून अब तक जामताड़ा में सर्वाधिक बारिश हुई है।
जामताड़ा में रिकॉर्ड की गई सर्वाधिक बारिश
जामताड़ा में वास्तविक वर्षा 439.6 मिमी रिकॉर्ड की गई। यहां आमतौर पर इस अवधि में सामान्य रूप से 124 मिमी बारिश होती है। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि यूपी में बने चक्रवाती क्षेत्र का असर कम हो रहा है। यही वजह है कि अब झारखंड में बारिश में कमी आई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश में 24 जून के बाद बारिश में कमी आएगी। 25 जून से बदलाव दिखेगा।
मंगलवार को भी कई जिलों में बारिश का अनुमान
मंगलवार 22 जून को राज्य के कई जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। दिन में दो से तीन बार बारिश होगी। राज्य में मॉनसून सामान्य रूप से सक्रिय बना रहेगा। सोमवार को भी झारखंड के कई जिलों में विशेष तौर पर संताल परगना के जिलों में बारिश हुई। इन जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। इस दौरान मेघ भी गरजते रहे। बीते 24 घंटे का आंकड़ा देखें तो जमशेदपुर में सर्वाधिक55.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। अधिकतम तापमान भी जमशेदपुर में ही रिकॉर्ड किया गया।
किसानों को किस बात की चिंता खाये जा रही है
इस बीच किसानों को एक चिंता खाए जा रही है। किसानों ने बारिश से पहले जो बिचड़ा डाला था वो खेत में पानी भर जाने की वजह से सड़ गया। बारिश के बीच जो बिचड़ा डाला गया वो भी खराब हो चुका है। बारिश नहीं रूकी और बिचड़ों को पौधा बनने का मौका ही नहीं मिल पाया। धान क्रय भुगतान को लेकर पहले से ही संकट का सामना कर रहे किसानों के लिए ये दोहरी मार जैसा है।