द फॉलोअप टीम, रांचीः
जेपीएससी पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर आज आंदोलन को 54 दिन पूरे हो गये है। JPSC आंदोलनकारियों ने झारखंड हाई कोर्ट मुख्य न्यायधीश के नाम पोस्ट कार्ड अभियान की शुरुआत की, इसकी शुरूआत रांची से की गई जो पूरे झारखंड में जिलावार चलाई जायेगी। मौके पर छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो और मनोज यादव ने कहा कि जेपीएससी पीटी परीक्षाफल रद्द होने तक संघर्ष जारी रहेगा। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की स्नातक स्तरीय 956 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू की गई है। यह सरकार अपनी नाकामी को छुपाने की कोशिश कर रहा है।
छात्रों के साथ अन्याय
छात्रों ने कहा कि यह विज्ञापन सरकार के तरफ से महज डैमेज कंट्रोल करने का कोशिश है। इस विज्ञापन के तहत सरकार छात्रों का 10 वर्ष उम्र खाकर नया विवाद खड़ा कर दिया है, 2015 के विज्ञापन में ऐज कट ऑफ 2011 था लेकिन अब नया विज्ञापन में 2021 कर दिया गया है, हजारों छात्रों को फॉर्म भरवाकर, परीक्षा लेकर, पैसा लेकर अचानक बेकार, कचड़ा समझकर बाहर कर दिया गया यह छात्रों के साथ अन्याय है।
सरकार अपने मुताबिक बांटेगी नौकरी
अभ्यर्थियों ने कहा कि जिस नियुक्ति नियमावली के तहत ये विज्ञापन निकला है उसमें वैसे छात्रों को बाहर किया गया है जिन्होने झारखण्ड से बाहर मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई की है। यह मामला आलरेडी हाई कोर्ट में चैलेंज भी है, बिना स्पष्ट नीति का विज्ञापन में छात्रों का भय बना रहता है। बिना कार्बन ओम एम आर कॉपी दिए सिंगल एग्जाम का प्रावधान है। ऐसे में छात्रों को नौकरी मिलेगी नहीं, सरकार छात्रों को जिसको इच्छा उसी को बांटेगी।