द फॉलोअप टीम, भागलपुर:
नेपाल से भागलपुर घूमने आयी एक युवती को एक युवक ने अपनी जाल में फांस लिया। युवती को जाल में फंंंसाकर उसने महिला से कोर्ट मैरिज भी कर ली। महिला नेपाल के इनरवा थाना में पदस्थापित हवलदार जितेन्द्र यादव की पत्नी कुसुम देवी है। महिला घूमने आई तो उसकी मुलाकात एक युवक से हो गई थी। इसके बाद युवक ने उसके बच्चों को मारने की धमकी देकर जबरन उससे शादी कर ली। अब 6 महीने बाद आरोपी श्रवण मल्लिक उसे बेटे को अगवा कर फरार हो गया है। महिला का पति ने थक हारकर अपने बच्चे को बचाने के लिए DIG के पास मदद की गुहार लगा रहा है।
क्या है मामला
दरअसल कुसुम अपने देवर धर्मेंद्र यादव और दो छोटे बच्चों आरोही और रियांश के साथ भागलपुर आई थी। यहां वह जीरोमाईल थाना क्षेत्र में एक के किराए का मकान लेकर रहने लगी। वहां उसकी मुलाकात श्रवण मल्लिक से हुई। श्रवण मल्लिक उसे अपने साथ सहरसा ले गया। बताया जा रहा है कि श्रवण ने बच्चों को जान से मारने की धमकी दी और जबरन उसे ले गया। फिर उसने कोर्ट में शादी कर ली। 6 महीनों के बाद दोनों फिर भागलपुर आये। श्रवण की पहली पत्नी रानी को इस शादी की जानकारी हुई तो वह कुसुम लड़ाई करने लगी। कुसुम ने सारी बात रानी को बता दी और उससे मदद मांगी। इसके बाद रानी कुसुम को लेकर अपने मायके चली गई। दोनों बहतरा गांव पहुंची। यहां रानी ने नेपाल पुलिस के हवलदार जितेंद्र यादव यानी कुसुम के पति को बुलाकर कुसुम को सौंप दिया। इसके बाद श्रवण कुसुम के बेटे को अगवा कर भाग गया। कुसुम का आरोप है कि जब वह परबत्ता थाना पहुंची तो थानाध्यक्ष ने बरारी थाना भेज दिया। बरारी थाने के जमादार रामप्रवेश यादव ने 15 हजार रुपए लिए। और कहा अगले दिन बच्चा मिल जायेगा। अगले दिन से वह टाल-मटोल करने लगा। फिर अगले दिन जमादरा ने उन्हें थाने से भगा दिया। विरोध किया तो गाली गलौज की।
मां-बहन पहुंचे थाने
इसके बाद फिर पीड़ित बरारी थाने पहुंचे। वहां आरोपी श्रवण मल्लिक को बुलाया, लेकिन वह नहीं आया। उसने कहा कि कुसुम को भेज दीजिए, तब वह बच्चा वापस देगा। इतने में श्रवण की मां, बहन और कुछ लोग थाने आए। सबने पुलिस के सामने पीड़ितों के साथ मारपीट की। पीड़ित का आरोप है कि जमादार देखता रहा और उल्टा गाली गलौज कर भगा दिया। पीड़ित ने बरारी थानाध्यक्ष नवनिश कुमार को जानकारी दी तो उसने नौगछिया एसपी का नंबर देकर उन पीड़ित को बरारी थाना से जाने को कहा।
एसपी से हुई बात
नौगछिया एसपी ने तुरंत इस मामले की जानकारी एसडीपीओ दिलीप कुमार को दी। एसडीपीओ ने मामले को परबत्ता थाने में दिया। फिलहाल पीड़ित पिता ने बच्चे को बचने की गुहार डीआईजी से लगाई है। एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि जमादार ने पीड़ित से 15 हजार रुपए लेकर उसे थाने से भगा दिया। साथ ही पीड़ित के साथ मारपीट भी की है। बरारी थानाध्यक्ष अवनीश कुमार को फटकार मिली है। उन्होंने बताया कि अगर किसी जमादार ने ऐसा किया है तो उसमें थानाध्यक्ष की भी सहभागिता है। दोनों पर कार्रवाई की जाएगी।