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लातेहार: उग्रवादी संगठन ने पुजारी से मांगी 5 लाख की रंगदारी, सहमा हुआ है पूरा परिवार

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द फॉलोअप टीम, लातेहार: 

लातेहार जिले में पीएलएफ उग्रवादियों द्वारा पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। लातेहार जिला स्थित मनिका थानाक्षेत्र अंतर्गत मटलोंग निवासी पंडित भोला भारती से अज्ञात अपराधियों ने पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी। द फॉलोअप से बातचीत  में पंडित भोला भारती ने बताया कि उनसे पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। फोन करने वाले ने खुद को पीएलएफआई का निशांत जी बताया। घटना के बाद से पंडित भोला भारती थोड़ा घबरा गये हैं। 

रंगदारी के साथ जान से मारने की धमकी दी
पंडित भोला भारती ने बताया कि जब उन्होंने फोन करने वाले से पूछा कि मेरी गलती क्या है तो उनसे कहा गया कि पैसे लेकर आओ तो सब बताएंगे। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में कुल सात लोग हैं। यजमानी के माध्यम से आजीविका चलती है। उनके पिता बीते काफी समय से बीमार हैं। उनकी किडनी खराब है। इलाज में काफी पैसा खर्च हो चुका है। पंडित भोला भारती ने कहा कि पूरा परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। ऐसे में पांच लाख रूपयों का इंतजाम कहां से होगा। 

घटना से सहम गया है पंडित का पूरा परिवार
मिली जानकारी के मुताबिक रंगदारी मांगे जाने और धमकी देने से पूरा परिवार सहमा हुआ है। परिवार पुलिस में इसकी शिकायत करने से भी घबरा रहा है। पंडित भोला भारती का कहना है कि यदि उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत की तो अपराधी उनके पूरे परिवार को मार डालेंगे। इधर भोला भारती ने लातेहार पुलिस से अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अपराधी लगातार अलग-अलग नंबरों से फोन कर उन पर रंगदारी देने का आरोप लगा रहे हैं। 

अपराधियों से बातचीत का ऑडियो है वायरल
अपराधियों से पंडित भोला भारती की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल है। इस बातचीत में अपराधियों को को जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा और अमित लोहरा के नाम का जिक्र किया गया है। अपराधी पंडित भोला भारती से कह रहे हैं कि पप्पू लोहरा से पैसे मांगकर मुझे दो। 

यजमानी करने वाले शख्स से मांगा रंगदारी
गौरतलब है कि अपराधियों और पंडित भोला भारती के बीच हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप द फॉलोअप के पास मौजूद है। बता दें कि इन दिनों कई नक्सली संगठन कोयला कारोबारी, ठेकेदार, रसूखदार लोगों और जमीन कारोबारियों से लेवी की मांग करते हैं। झारखंड में ये पहला मामला है जब किसी उग्रवादी संगठन ने एक ऐसे व्यक्ति से लेवी की मांग है कि जो यजमानी से अपनी आजीविका चलाता है। हालांकि लेवी मांगने वाला व्यक्ति किसी उग्रवादी संगठन से ही ताल्लुक रखता है या फिर उसने उसके नाम का इस्तेमाल किया, पुलिस इसकी जांच कर रही है।