logo

मिथिलेश ठाकुर ने की जलापूर्ति योजना की समीक्षा, प्रत्येक पंचायत में 5 चापाकल बनाने का दिया निर्देश

8752news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची: 
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने आज रांची प्रक्षेत्र अंतर्गत रांची, सिमडेगा, कोडरमा, रामगढ़, चतरा, पूर्वी सिंहभूम, पष्चिम सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, खूंटी, गुमला, हजारीबाग, लोहरदगा, लातेहार, पलामू एवं गढ़वा जिलों के जलापूर्ति योजनाओं की आनॅलाईन समीक्षा की। 

ग्रामीण-शहरी जलापूर्ति योजना की समीक्षा
बैठक में मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं, शहरी जलापूर्ति योजनाओं, भौतिक उपलब्धि, निर्गत योजनाओं का एकरारनामा, कार्यारंभ की स्थिति, स्वीकृत योजनाओं की लंबित निविदा की स्थिति, डीपीआर के तकनीकी स्वीकृति की स्थिति, एसभीएस (एकल ग्रामीण जलापूर्ति योजना) एवं रेट्रोफिटिंग की स्वीकृत योजनाओं, निविदा प्रकाशन, निविदा निस्तार, कार्यादेष, अद्यतन भौतिक प्रगति की समीक्षा की। हजारीबाग एवं झुमरीतिलैया प्रमंडल की पुनः समीक्षा की जाएगी।

टीम बनाकर काम करने का दिया निर्देश
म्ंत्री ने ऑनलाईन समीक्षा बैठक में रांची प्रक्षेत्र अंतर्गत सभी अधीक्षण अभियंताओं, कार्यपालक अभियंताओं को कहा कि टीम बनाकर तथा समन्वय बना कर काम कीजिए। मंत्री ने कहा कि एनओसी के अभाव में कार्य लंबित रहता है, इसलिए समय से पूर्व पथ निर्माण विभाग, वन विभाग, एनएचएआई, डीभीसी, रेलवे आदि विभागों से व्यक्तिगत संपर्क कर समय पर एनओसी लेकर निर्धारित अवधि में कार्य संपन्न करें। मंत्री ने अभियंताओं को कहा कि किसी भी योजना को साकार करने में किसी भी प्रकार की बाधा आती है तो वो सीधे उनसे संपर्क करें, वे खुद उसका समाधान करेंगे। 

पारदर्शी तरीके से काम करें सभी अभियंता
मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने ने बैठक में यह भी कहा कि अभियंतागण पारदर्शी तरीके से काम करें। पेयजल मंत्री ने अभियंताओं को कहा कि वर्ष 2024 तक राज्य के 58 लाख 95 हजार हाउस होल्ड तक नल से जल पहुंचाना है इसलिए तीव्र गति से योजना को संपन्न करायें। संवेदकों से समन्वय बनाकर समय पर काम पूरा करवाएं। मंत्री ने वैसे संवदेकों जिनका कार्य अवधि विस्तार के बाद भी संतोषजनक नहीं है, उन्हें अविलंब निलंबित करने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि वैसे संवेदक जो समय पर कार्य पूर्ण करेंगे उन्हें बोनस दिया जाएगा। मंत्री ने बैठक में निर्देष दिया कि सभी क्षेत्रों में सर्वे कराकर वैसे क्षेत्रों का चयन करें जहां लोगों को पेयजल की समस्या ज्यादा है।

प्रत्येक पंचायत में बनाया जाये पांच चापाकल
मंत्री ने कहा कि पेयजल की समस्या वाले क्षेत्रों में अविलंब चापाकल/एसभीएस के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करायें तथा खराब चापाकलों की मरम्मति निरंतर करते रहें। ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही ग्रामीण जलापूर्ति योजना पूरी तत्परता से अविलंब पूरा करने का निर्देश मंत्री ने अभियंताओं को दिय। साथ ही नई योजनाओं का डीपीआर निश्चित समय पर बनाकर सीडीओ भेजने को कहा है। प्रति पंचायत 5-5 अदद चापाकलों के निर्माण पर मंत्री ने सभी अभियंताओं को निर्देश दिया कि प्रति पंचायत 5-5 चापाकलों का निर्माण कार्य हर हाल में 30 जून 2021 तक पूर्ण कर लें। मंत्री ने यह भी कहा कि जिन स्थानों पर पहले से चापाकल मौजूद है वहां पर नया चापाकल का निर्माण न हो इसका ध्यान रखें।