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आंतरिक संघर्ष में देश में कितने जवानों और आम नागरिकों की जान गई! मिला जवाब

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द फॉलोअप टीम, डेस्क: 

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान आंतरिक सुरक्षा को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में गृह राज्य मंत्री ने बताया कि कितने पुलिस अथवा सुरक्षाकर्मियों की जान गई है। ये भी जानकारी दी गई कि कितने आम नागरिक इन संघर्षों में मारे गये। विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर में नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की मौत को लेकर जानकारी दी गई। ये आंकड़ा बताता है कि बीते कुछ सालों में जम्मू-कश्मीर में क्या हालात रहे हैं। हालात का काबू करने में हमने क्या कीमत चुकाई है। 

कश्मीर में संघर्षों में गई जान
गृहराज्य मंत्री ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि साल 2017 में आम नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों को मिलाकर कुल 80 लोगों की जान गई। 2018 में 91 लोग मारे गये। 2010 में 62 लोगों को संघर्ष में जान गंवानी पड़ी। 2021 में नवंबर महीने तक 35 सुरक्षाकर्मी और 40 नागरिक मारे गये। इस दौरान बड़ी संख्या में आतंकियो को भी मार गिराया गया। 

मणिपुर की घटना पर भी कहा
इस बीच गृहराज्य मंत्री ने बताया कि मणिपुर में आतंकियों द्वारा घात लगाकर किया गया हमला भी सुर्खियों में रहा। 13 नवंबर को भारत-म्यामांर की सीमा पर चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। इसमें असम राइफल्स के पांच जवानों और 2 नागरिकों सहित कुल 7 लोगों की जान चली गई थी। सेना के 6 जवान भी घायल हो गये थे।