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गोड्डा रेल लाइन उद्घाटन विवाद: ट्विटर पर भिड़े निशिकांत-प्रदीप और इरफान अंसारी, गिराया भाषा का स्तर

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
8 अप्रैल को गोड्डा जिले से रेलवे की शुरुआत होने जा रही है। हमसफर एक्सप्रेस गोड्डा से चलकर नई दिल्ली जायेगी। कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को करना है। रेल जब चलेगी तब चलेगी लेकिन उससे पहले ही झारखंड में राजनेताओं की भाषा पटरी से उतर गयी है। सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायक और सांसद एक दूसरे पर खूब कीचड़ उछाल रहे हैं। सत्तापक्ष कह रहा है कि मुख्यमंत्री को उद्घाटन समारोह का आमंत्रण नहीं मिला तो वहीं विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री और उनके विधायक गंदी और घटिया राजनीति कर रहे हैं। चलिये जानते हैं कि ये पूरा विवाद कहां से शुरू हुआ। 



सत्तापक्ष ने लगाया सीएम को ना बुलाने का आरोप
इस पूरे विवाद की शुरुआत हुई तब हुई जब झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के विधायकों ने आरोप लगाया कि उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित नहीं किया गया। पोड़ैयाहाट से कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि गोड्डा रेल परियोजना केंद्र और राज्य का संयुक्त प्रयास है। राज्य सरकार ने इसके लिये 35 हजार करोड़ रुपये दिये लेकिन जब रेल चलाने की बात आई तो मुख्यमंत्री को नहीं बुलाया गया। प्रदीप यादव ने कहा कि, ये सबको पता है कि हमसफर का महंगा किराया देकर गोड्डा के कितने लोग दिल्ली जायेंगे लेकिन गोड्डा में रोज हमसफर का गीत गाया जा रहा है। 



निशिकांत दूबे ने चिट्ठी जारी कर साधा निशाना
प्रदीप यादव के आरोप के जवाब में गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दूबे ने एक चिट्ठी जारी किया। निशिकांत दूबे ने कहा कि उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित किया गया है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने मुख्य सचिव के जरिये रेलवे बोर्ड के चैयरमेन को कार्यक्रम रोकने का आदेश दे रहे हैं। निशिकांत दूबे ने कहा कि झारखंड के मुख्य सचिव ने रेलवे बोर्ड के चैयरमेन को फोन किया। मुख्यमंत्री बोर्ड को कार्यक्रम रोकने का आदेश दे रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मैंने झारखंड के इतिहास में इतना घटिया मानसिकता नहीं देखा। प्रदीप यादव और निशिकांत दूबे के बीच ये झगड़ा चल ही रहा था कि इसी बीच इरफान अंसारी भी विवाद में कूद पड़े। 

सत्तापक्ष के आरोप पर निशिकांत का जवाब
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया। इस आरोप के जवाब में निशिकांत दूबे ने वो लेटर साझा किया जिसमें रेलवे मंत्रालय की तरफ से मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया है। निशिकांत दूबे ने इस लेटर के साथ लिखा कि कुछ अखबारों में सीटी विधायक यानी प्रदीप यादव ने बयान दिया है कि हेमंत सोरेन को गोड्डा रेल लाइन उद्घाटन समारोह में नहीं बुलाया गया। प्रदीप यादव पर तंज कसते हुये निशिकांत दूबे ने कहा कि सीटी विधायक ये भाजपा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ये किसी के भी सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाती। इसके बाद निशिकांत दूबे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को निशाने पर लिया। हालांकि, मुख्यमंत्री की आलोचना में बीजेपी सांसद भाषा की मर्यादा लांघ गये। निशिकांत दूबे ने लिखा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस कार्यक्रम में ससम्मान बुलाया गया है। विरोध के लिये अक्ल होना जरूरी है अंकल जी। 



जब रेल लाइन विवाद में कूद पड़े इरफान अंसारी
गोड्डा रेल लाइन के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री के आमंत्रण का विवाद चल ही रहा था कि जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी बीच में कूद पड़े। इरफान अंसारी ने जैसे ही इस वाक्युद्ध में भाग लिया, मामला बाहरी बनाम भीतरी हो गया। इरफान अंसारी ने लिखा कि मैं आदरणीय मुख्यमंत्री जी को कहना चाहता हूं कि गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे बाहरी हैं और उनका मन कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। धमकी भरे अंदाज में इरफान अंसारी ने कहा कि निशिकांत दूबे भूल चुके हैं कि अब झारखंड में रघुवर दास की सरकार नहीं बल्कि हेमंत सोरेन की सरकार है। इस बयान पर निशिकांत दूबे भला कहां रूकने वाले थे। उन्होंने भी पलटवार किया और मामला हिंदू-बनाम मुस्लिम हो गया। 

रेल लाइन मामला बन गया हिंदू-मुस्लिम मसला
इरफान अंसारी के ट्वीट का जवाब देते हुये निशिकांत दूबे इस विवाद को हिंदू बनाम मुस्लिम तक ले गये। उन्होंने लिखा कि सातवीं सदी तक भारत में कोई मुसलमान नहीं था विधायक जी। 1947 में भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हिंदू और मुस्लिम के बीच हो गया था। बाहरी तो आप हैं। आपको भगा देना चाहिये। उन्होंने भाषा का स्तर दो पायदान और गिराते हुये कहा कि कुछ ज्यादा ही चमचागिरी नहीं कर रहे हैं? निशिकांत दूबे ने इसके बाद लिखा कि वैसे फुरकान साहब के साथ चाय पीने आ रहा हूं मधुपुर, आप भी रहते तो अच्छा रहेगा। तू डाल-डाल तो मैं पात-पात। इरफान अंसारी ने इसका जवाब दिया। 

इरफान बोले मधुपुर आएंगे तो खदेड़ दिये जाएंगे
निशिकांत दूबे के ट्वीट पर इरफान अंसारी ने जवाब दिया। बोले कि मधुपुर आएंगे तो गो बैक के नारे लगेंगे। आप को खदेड़ा जायेगा। हमारी सहनशक्ति की परीक्षा ना लें। धमकी भरे अंदाज में इरफान अंसारी ने कहा कि आप किसी भी कीमत पर 8 अप्रैल को रेल लाइन का उद्घाटन नहीं कर पाएंगे। माननीय मुख्यमंत्री जी आपको बुलाते हैं तो आप आमंत्रित हैं। इरफान अंसारी ने आगे लिखा कि झारखंड हमारा है। झारखंड में रहना है तो लोगों का सम्मान करना सीखिए। इसके जवाब में निशिकांत दूबे ने लिखा कि ये धमकी इटली में जन्म ली हुई सोनिया गांधी जी के पार्टी के विधायक का है। 

प्रदीप यादव को क्यों कहा गया सीटी विधायक
बता दें कि गोड्डा में 8 अप्रैल को रेल लाइन का उद्घाटन होना है। रेल मंत्री पीयूष गोयल गोड्डा रेलवे स्टेशन से चलकर नयी दिल्ली जाने वाले हमसफर एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। कार्यक्रम प्रस्तावित है लेकिन इससे पहले ही झारखंड में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने तो यहां तक कह दिया कि यदि गोड्डा में रेल की सीटी बजती है तो वे राजनीति छोड़ देंगे।