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ड्यूटी पर नहीं लौटीं हड़ताल पर गई नर्सें, 10 मरीजों ने तोड़ दिया दम

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में तैनात कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर नर्सें अपने वादे से मुकर गयीं। हड़ताल पर गयी नर्सों ने वादा किया था कि वे सोमवार से काम पर लौट जाएंगी। सोमवार को हॉस्पिटल प्रबंधन उन्हें फोन करता रहा लेकिन नर्सें काम पर नहीं लौटीं। इस बीच 10 संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी। कहा जा रहा है कि इनमें से पांच मरीजों की मौत बीते 24 घंटे में हो गयी। 

परिजनों से झगड़े के बाद किया हड़ताल
जानकारी के मुताबिक बीते 24 अप्रैल को सदर अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती तीन संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी थी। इससे गुस्साए परिजन नर्सों से भिड़ गए थे। परिजनों ने नर्सों पर इलाज में कोताही का आरोप लगाया था। 
इस बात से नाराज नर्सें हड़ताल पर चली गयी थीं। रविवार को उपायुक्त छवि रंजन और सिविल सर्जन ने नर्सों से बात की थी। उन्हें समझाया था। यही नहीं! नर्सों को तीन महीने का इन्सेंटिव, भोजन और हॉस्पिटल में रहने का प्रबंध का भरोसा दिया था। नर्सों ने भी वादा किया था कि वे सोमवार से ड्यूटी पर लौट जाएंगी। 

सोमवार को ड्यूटी पर नहीं लौटी थी नर्सें
सोमवार को नर्सें ड्यूटी पर लौटने वाली थी। उन्हें सुबह 6 बजे ड्यूटी पर लौटना था लेकिन नहीं आईं। अस्पताल प्रबंधन ने बारी-बारी से सभी नर्सों को फोन किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। हॉस्पिटल प्रबंधन ने वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए आधा दर्जन प्रशिक्षु नर्सिंग स्टूडेंट्स को ड्यूटी पर तैनात किया है। दिक्कत ये है कि इनमें से किसी भी स्टूडेंट्स के पास इंजेक्शन लगाने, खून चढ़ाने या ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग करने जैसी बेसिक चीजों की समझ नहीं है।