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रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स ने मंत्री बन्ना गुप्ता को लिखा पत्र, कहा- अविलंब हमें बूस्टर डोज लगवाइये

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखा है। पत्र के जरिये मांग की गई है कि  फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज दिया जाये और रिम्स में अविलंब जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन उपलब्ध करवाई जाये। पत्र में जूनियर डॉक्टर्स ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। सबसे ज्यादा प्रभावित फ्रंटलाइन वर्कर्स हो रहे हैं। पत्र में दावा किया गया है कि अब तक रिम्स के 100 से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर्स कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं, इसलिए इसका संज्ञान लिया जायेगा। 

फ्रंटलाइन वर्कर्स का पॉजिटिव होना चिंताजनक! 
पत्र में लिखा है कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के कोरोना संक्रमित होने से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाती है। इसकी वजह से अन्य कोरोना मरीजों के इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मांग की है कि तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स को अविलंब कोविड टीके का बूस्टर डोज लगाकर सुरक्षित किया जाये ताकि मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की बाधा ना आये। 

रिम्स में अविलंब उपलब्ध हो जीनोम मशीन! 
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएसन ने कहा है कि रिम्स में कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता लगाने के लिए बहुत पहले से ही जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन की मांग की जा रही है। इसे अब तक रिम्स को उपलब्ध नहीं करवाया गया है। चिकित्सकों ने मांग की है कि अविलंब फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाया जाये और रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन उपलब्ध करवाई जाये। 

केंद्र सराकर से जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन की मांग
गौरतलब है कि झारखंड में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन नहीं है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए मरीजों के सैंपल को भुवनेश्वर भेजा जाता है। देखा गया कि कई बार मरीज ठीक हो जाता है तब जाकर रिपोर्ट आती है। 2 जनवरी को जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बन्ना गुप्ता के साथ वर्चुअल मीटिंग की थी तो बन्ना गुप्ता ने उनसे जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन उपलब्ध कराने की मांग की थी। केंदीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी।