द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड में विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में विधायक सरयू राय ने भी बयान दे दिया है। उन्होंने कहा है “विधायकों की ख़रीद फ़रोख़्त से झारखंड में सरकार गिराने का बहुप्रचारित मामला अंतत: ’राजनीतिक नादानी’ का नायाब उदाहरण साबित होगा“। आगे वे कहते हैं कि जाँच अधिकारी अपना काम पूरा कर लेंगे, निश्चित निष्कर्ष पर भी पहुँच जाएँगे, मगर इसके पीछे की असली बात सामने लाने में रुचि न सरकार को होगी, न प्रतिपक्ष को।
पहली बार इस मामले पर बोले हैं सरयू राय
विधायकों की खरीद और सरकार को अस्थिर करने का मामला शनिवार से ही गर्म है। लेकिन बुधवार को पहली बार सरयू राय ने इस पर अपनी बात रखी है। उन्होंने इशारा किया है कि इस पूरे प्रकरण के पीछे कुछ है जो बाहर आना चाहिए। लेकिन सरकार या विपक्ष में से कोई भी इसमें रुचि नहीं ले रही है।
सीसीटीवी फुटेज की बात के बाद गंभार हो गए हैं आरोप
चार दिन से जारी विवाद के बीच अब दिल्ली के विवांता होटल की सीसीटीवी फुटेज भी बात भी सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के दो और एक निर्दलीय विधायक दिल्ली के एक होटल में देखे गए हैं। विधायक इरफान ने एक निजी चैनल के कैमरे पर स्वीकारा भी है कि वे दिल्ली गए थे, मिले भी थे, लेकिन सरकार गिराने जैसी कोई बात नहीं हुई थी।