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ISI का स्लीपर सेल है पकड़ा गया पाकिस्तानी आतंकी, बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी तैयारी! 

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 1 पाकिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आतंकी का नाम मोहम्मद अशरफ है। स्पेशल सेल ने अशरफ के पास से 1 एके-47, 1 हथगोला, 2 अत्याधुनिक पिस्टल और 50 राउंड मैगजीन बरामद की है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का दावा है कि अशरफ की गिरफ्तारी से देश में 1 बड़ी आतंकी घटना टल गई। मिली जानकारी के मुताबिक स्पेशल सेल ने अशरफ के बारे में मिली गुप्त सूचना पर कार्रवाई की। 

पाकिस्तानी आतंकी अशरफ गिरफ्तार
मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि सोमवार की देर शाम पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद अशरफ को गिरफ्तार किया गया। वो भारतीय पहचान पत्र का इस्तेमाल करते हुए बीते 1 दशक से भी ज्यादा वक्त से हिंदुस्तान में रह रहा था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वो बतौर स्लीपर सेल हिंदुस्तान में विध्वंसक गतिविधि को अंजाम देने की फिराक में था। हालांकि वो मंसूबे में कामयाब होता उसे पहले ही पकड़ा गया। 

कई आतंकी गतिविधियों में था शामिल
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि पकड़े गये आतंकी ने जम्मू-कश्मीर सहित भारत के बाकी हिस्सों में भी आतंकवादी गतिविधियों में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया है। आतंकी ने ये भी बताया कि उसे हाल ही में एक बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने का जिम्मा सौंपा गया था। हालांकि, वो जगह कौन सी थी, आतंकी ने इसका खुलासा नहीं किया है। डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि अशरफ को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पुलिस इसके बाकी साथियों की तलाश कर रही है। 

आतंकी अशरफ के पास थी फर्जी आईडी
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि पकड़े गये आतंकी अशरफ ने कई फर्जी आईडी बनवा रखी थी जिसमें एक आईडी अहमद नूरी के नाम से भी थी। उसके पास भारतीय पासपोर्ट भी था। उसने थाईलैंड और सऊदी अरब की भी यात्रा की थी। भारतीय दस्तावेज हासिल करने के लिए अशरफ ने गाजियाबाद में एक भारतीय महिला से शादी की। मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी अशरफ ने बिहार में भारतीय नागरिकता हासिल की। 

आईएसआई का स्लीपर सेल है अशरफ
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि है कि वो पहले भी कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। पूछताछ में ये बात भी सामने आई है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का हैंडलर जिसका नाम नासिर है, उसने अशरफ की भर्ती बतौर स्लीपर सेल करवाई थी और जरूरी निर्देश दे रहा था। डीसीपी ने कहा कि हमने एक बड़ा आतंकी हमला टाल दिया।