द फॉलोअप टीम, डेस्क:
केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने कैंपेन कर्फ्यू को 22 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है। इसका मतलब ये हुआ कि पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कोई भी राजनीतिक दल चुनावी रैली या रोड शो नहीं कर सकेगा। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने इसका ऐलान किया। गौरतलब है कि पहले 15 जनवरी तक के लिए पाबंदी लगी थी।
बढ़ाई गई कैंपेन कर्फ्यू की मियाद
गौरतलब है कि 8 जनवरी को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते समय केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने कैंपेन कर्फ्यू का ऐलान किया था। इसके तहत सभी राजनीतिक पार्टियों के चुनावी रैली करने, रोड शो निकालने अथवा साइकिल या बाइक रैली निकालने पर पाबंदी लगा दी थी। सोशल मीडिया कैंपेनिंग को ही मंजूरी मिली थी। ये पाबंदी 15 जनवरी के लिए लगाई थी जिसकी मियाद शनिवार को पूरी हो गई।
शनिवार को की गई थी समीक्षा बैठक
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मुख्य चुनाव आयोग ने शनिवार को कैंपेन कर्फ्यू पर समीक्षा करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुख्य सचिव राजेश भूषण के साथ वर्चुअल मीटिंग की। मुख्य स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से कोविड संक्रमण के ताजा हालात, रोकथाम के उपाय तथा राज्यों को दिये गये निर्देशों की जानकारी ली गई। इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने उन राज्यों के मुख्य सचिव और मुख्य निर्वाचन आयुक्त से वार्ता की जहां चुनाव होने वाले हैं। स्थिति की समीक्षा करने के बाद ही ये फैसला लिया गया है।
पांच राज्यों में पार्टियों ने झोंकी ताकत
गौरतलब है कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों (यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर) में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मणिपुर में 2 चरणों में चुनाव होगा। यूपी में 7 चरण में चुनाव होना है। वहीं उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक ही चरण की वोटिंग होगी। राजनीतिक दलों ने प्रत्याशियों का ऐलान करना शुरू कर दिया है।