द फॉलोअप टीम, मुंबई:
13 बच्चों का अपहरण और 9 बच्चों की हत्या करने वाली 2 महिलाओं पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने दया दिखाई है। सीलियर किलर महिलाओं, रेणुका शिंदे और सीमा गावित की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया है। बता दें कि रेणुका शिंदे और सीमा गावित नाम की इन महिलाओं ने 1990 से 1996 के बीच 13 बच्चों का अपहरण किया जिसमें से 9 की निर्मम हत्या कर दी।
महिलाओं को सुनाई गई थी फांसी की सजा
निचली अदालत ने सीलियर किलर इन महिलाओं को फांसी की सजा सुनाई थी जिसे मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने उम्रकैद में बदल दिया। गौरतलब है कि अदालत ने उनकी दया याचिका पर फैसला करने में देरी के आधार पर उनकी सजा को कम कर दिया। गौरतलब है कि शिंदे और गावित के खिलाफ कोल्हापुर में 13 बच्चों का अपहरण और उनमें से 9 बच्चों की हत्या करने को लेकर मुकदमा चला था। साल 2001 में उनको दोषी करार दिया गया था। फांसी की सजा सुनाई गई थी।
2004 में सुप्रीम कोर्ट ने सजा बरकरार रखी
साल 2004 में उच्च न्यायालय ने उनकी मौत की सजा को बरकरार रखा। उच्चतम न्यायालय ने 2006 में उसे बरकरार रखा। अक्टूबर 1996 से हिरासत में रखी गई दोनों बहनों ने 2014 में उच्च न्यायलय में पुनर्विचार याचिका दायर कर राज्य द्वारा उनकी दया याचिकाओं का निस्तारण करने में विलंब किये जाने का हवाला देते हुए मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने का अनुरोध किया।