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वतन पर कुर्बान साहेबगंज के कुंदन का अरमान, दुधमुंही बच्ची के दीदार से पहले सरहद पर दे दी जान, शहादत को सलाम

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रांची - भारत-चीन सीमा पर लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद भारतीय सैनिकों में सेएक साहबेगंज के सदर प्रखंड स्थित दीहारी गांव के कुंदन ओझा भी हैं । 26 साल के कुंदनकिसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं । उनके पिता का नाम रामाशंकर ओझा है जो पेशे सेकिसान हैं। कुंदन साल 2011 में बिहार रेजीमेंट कटिहार में भर्ती हुए थे । साल 2017में कुंदन की शादी बिहार के सुल्तानगंज के नीरहटी गांव में नेहा नाम की लड़की सेहुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही वो ड्यूटी पर चले गए थे ।

5 महीने पहले घर आए थे कुंदन

आखिरी बार 5 महीने पहले कुंदन ओझा घर लौटे थे, तब उनकी पत्नी नेहा के गर्भ में4 महीने का बच्चा पल रहा था । शादी के तीसरे साल परिवार में नए सदस्य आगमन को लेकरकुंदन और नेहा बेहद खुश थे। दोनों को घर में नए मेहमान के आने का बेसब्री सेइंतजार था लेकिन किसी को क्या मालूम कि नीयति को कुछ और मंजूर है, 17 दिन पहले जिसघर में किलकारी गूंजी थी अब उस घर में चीत्कार सुनाई देगी । पिता बेटी का चेहरा नहींदेख पाएंगे और बेटी पिता का मरा हुआ मुंह देखेगी ।

15 दिन पहले हुई थी फोन पर घरवालों से बात 

घरवालों की माने तो 15 दिन पहले कुंदन ओझा ने आखिरी बार घरवालों से फोन पर बातकी थी । दो दिन की बिटिया को वीडियो कॉल पर देखा था और भरोसा दिया था कि वो जल्दउसके लिए ढेर सारे गिफ्ट्स लेकर घर लौटेगा । तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि अपनीलाडली के लिए उपहार लाने वाले खुद कुंदन का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटाहुआ घर लौटेगा । इस दुखद खबर के दो दिन हो गए हैं लेकिन घरवालों का अब भी रो-रोकरबुरा हाल है हालांकि उन्हें इस बात का सुकून भी है कि उनके लाडले ने देशके लिए अपना प्राण न्योछावर किया है । यही हाल कमोबेश कुंदन कोजानने वाले गांव के बड़े बुजुर्ग, करीबी और दोस्तों का भी है ।

सीएम हेमंत सोरेन ने जताया दुख

हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के धनी कुंदन की शहादत की खबर सुनकर खुद सीएम हेमंतसोरेन भी दुखी हैं । उन्होंने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि झारखंड के बेटे कुंदनकी शहादत पर सभी को गर्व है । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस खबर को सुनकरवो काफी परेशान, दुखी और निराश हैं । उन्होंने कुंदन को श्रंद्धाजलि अर्पित करतेहुए कहा कि दुख की इस घड़ी में झारखंड का हर निवासी वीर कुंदन और उनके परिवार केसाथ खड़ा है ।