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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्वीट पर क्यों मचा बवाल, पढ़िए! किस बीजेपी नेता ने क्या कहा

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ट्विटर पर काफी एक्विट रहते हैं। उनका ट्वीट पर और यूजर्स द्वारा किए गए ट्वीट पर उनका रिप्लाई हमेशा सुर्खियां बटोरता है। बीते कुछ घंटों से उनका एक और ट्वीट सुर्खियां बटोर रहा है। इस बार वजह थोड़ी अलग है। इस बार सीएम हेमंत सोरेन ने ऐसा ट्वीट किया कि प्रदेश से लेकर केंद्र तक की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गयी है। बयानबाजियों को लंबा दौर जारी है। आखिर उस ट्वीट में ऐसा क्या है। चलिए पूरा मामला जानते हैं। 

गुरुवार का ये पूरा वाकया
मामला गुरुवार का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम हेमंत सोरेन को फोन किया। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की जानकारी लेने के लिए। फोन पर क्या वार्ता हुई ये नहीं पता। वार्ता के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक ट्वीट किया। लिखा कि आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते। कुछ ही मिनटों में ये ट्वीट वायरल हो गया। लोग प्रतिक्रिया देने लगे। किसी ने कहा कि सीएम ने अच्छा कटाक्ष किया है। कुछ लोगों ने कहा कि ये गरिमा के खिलाफ है। 



बाबूलाल ने दी नसीहत
बीजेपी विधायक दल के नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने लिखा, "आपके इस बचकाना एवं ग़ैर ज़िम्मेदाराना,निरंकुश ट्वीट की देश ही नहीं दुनिया में थू-थू हो रही है।  झारखंड की संस्कृति में झूठ,फ़रेब की कोई जगह नहीं है,ईश्वर आपको सद्बुद्धि दें,संयमित रखें और ज़िम्मेदार बनाएं"। 



संजय सेठ ने लताड़ा
रांची में भारतीय जनता पार्टी के सांसद संजय सेठ ने लिखा " देश के माननीय प्रधानमंत्री ने एक राज्य के मुख्यमंत्री को राज्य की स्थिति पर बात करने फोन किया था। यह कोई राजनैतिक बातचीत नहीं थी। तनिक मर्यादा का ख्याल तो रखे होते मुख्यमंत्री जी! आपकी यह भाषा राज्य की उस जनता का भी अपमान है, जिसका हालचाल जानने प्रधानमंत्री जी ने फोन किया था"।



दीपक प्रकाश की नाराजगी
झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने लिखा " देश ने शायद ही कभी ऐसा स्तरविहीन मुख्यमंत्री देखा होग। प्रधानमंत्री जी ने बड़ा हृदय दिखाते हुए मुख्यमंत्री को फ़ोन किया लेकिन मुख्यमंत्री के इस बयान की निंदा आज झारखण्ड का प्रत्येक नागरिक कर रहा है। काश सुनसान सड़कों पर घूमने के बजाए अस्पतालों में जाकर देखते की स्थिति क्या है"? ये दुर्भाग्यपूर्ण है"। 



बात तो काम की ही थी
बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रभारी अमित मालवीय ने लिखा "जो आपको मन की बात लगी वो काम की बात ही थी। आपकी जगह कोई और भी मुख्यमंत्री होता तो भी आदरणीय प्रधानमंत्री जी फ़ोन करते क्योंकि झारखंड की जनता का सुख और सलामती सर्वोपरि है। इनके प्रदेश में लोग अव्यवस्था से मर रहे हैं, और इन्हें कलाबाज़ी सूझ रही है। अपने दायित्व का एहसास ही नहीं"।



सीएम की स्तरहीनता
रांची से भारतीय जनता पार्टी के विधायक सीपी सिंह ने लिखा "एक राज्य के मुखिया का अपने प्रधानमंत्री के लिए ऐसा वक्तव्य आपके स्तरहीनता को दर्शाता है मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी। बेहतर होगा आप झारखंड के गिरती हुई स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दें। बयानबाजी करके कितने दिन राज्यवासियों के आंखों में धूल झोंकियेगा"। सीपी सिंह ने सीएम को व्यवस्था सुधारने की भी नसीहत दी। 



मुख्यमंत्री पद की गरिमा गिराई
पूर्वोत्तर राज्य असम के वरिष्ठ बीजेपी नेता हेमंत विश्वा शर्मा ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी। लिखा कि "आपका यह ट्वीट न सिर्फ़ न्यूनतम मर्यादा के ख़िलाफ़ है बल्कि उस राज्य की जनता की पीड़ा का भी मजाक़ उड़ाना है जिनका हाल जानने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने फ़ोन किया था। बहुत ओछी हरकत कर दी आपने। मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिरा दी"।