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मन्‍नत! मान-मनव्‍वल! कितनी मिल पाएगी जदयू को मोदी की नई कैबिनेट में जगह

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द फॉलोअप टीम, पटना:
मोदी-योगी की चर्चा के बीच दिल्ली में कैबिनेट विस्तार की भी चर्चा है। जिसमें उत्तर प्रदेश के साथ बिहार की भागीदारी का भी जिक्र हो रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की मन्नत है कि जदयू को वाजिब हक कैबिनेट में मिले। इधर, पटना का सियासी तापमान इनदिनों काफी गर्म है।  कैबिनेट विस्तार को लेकर राजनितिक गलियारों में चर्चाएं काफी तेज हैं। जदयू ने कैबिनेट विस्तार में अनुपातिक भागीदारी की मांग की है। जदयू से आरसीपी सिंह ने यह मांग की है। उन्होंने कहा है  'केंद्रीय मंत्री मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा हमने सुनी है। जब भी उसका विस्तार हो जदयू को भी मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।' राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने सीटों की संख्या में अनुपातिक भागीदारी की बात भाजपा से कही हैंं। जदयू को 2019 में भी अनुपातिक हिस्सेदारी नहीं मिली थी, इस वजह से वह  कैबिनेट विस्तार में शामिल नहीं हो पायी थी। 

4 सांसद पर एक मंत्री मिले 
बताया जा रहा है कि चार या पांच सांसद पर एक मंत्री पद मिले। अगर केंद्र में बीजेपी जदयू को अनुपातिक हिस्सेदारी देती है तो जेडीयू मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल हो पायेगा। एनडीए में 303 सीट बीजेपी के पास और 17 सीट जेडीयू के पास है।  जेडीयू का कहना है कि 4-4 सांसद पर एक मंत्री पद मिले।  बता दें कि बिहार में मंत्रिपरिषद विस्तार में जेडीयू और बीजेपी के बीच अनुपातिक भागीदारी के तहत सीटों का बंटवारा हुआ था।