द फॉलोअप टीम, रांची:
कोरोना का वैक्सीन लगवाने के 3 बाद एक महिला की मौत हो गयी। 62 साल की लखमणि देवी खूंटी की रहने वाली थी। लखमणि की मौत रांची के रिम्स में इलाज के दौरान हो गयी। लखमणि ने 20 मार्च को वैक्सीन लिया था। उन्हें खूंटी के जोजोहातु स्थित पोस्ट ऑफिस में कोरोना का टीका लगाया गया था। वैक्सीन लगवाने के महज 1 घंटे बाद ही महिला की हालत बिगड़ गयी। परिजनों का कहना है कि लखमणि बिलकुल ठीक थीं। उन्हें हेल्थ को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं थी। वैक्सीन लगवाने के बाद उनकी हालत बिगड़ी और मौत हो गयी। इस बात ने जरूर चिंता बढ़ा दी है।
परिजनों का आरोप वैक्सीन से हुई मौत!
महिला की हालत गंभीर होती चली गयी। लखमणि को रिम्स के मेडिसीन विभाग में भर्ती किया गया। यहां लखमणि डॉ. उमेश प्रसाद की निगरानी में थी। इलाज के दौरान 24 मार्च की देर शाम लखमणि चल बसी। मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों की मौजदूगी में महिला का पोस्टमार्टम किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि रिपोर्ट आयेगा तो ही पता चल सकेगा कि मौत की असल वजह क्या है।
वैक्सीन लगाने के बाद हुई थी देवमुनी की मौत!
राज्य में वैक्सीन लगवाने के बाद मौत का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले 70 साल की देवमुनी देवी की भी मौत कोरोना का टीका लगवाने के बाद हो गयी थी। देवमुनी लातेहार के महुआटांड़ की रहने वाली थी। 21 मार्च तकरीबन 2 बजे देवमुनी को टीका लगाया गया था। उसी रात 11 बजे देवमुनी की हालत बिगड़ गयी। उन्हें इलाज के लिये रिम्स लाया गया जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
डॉक्टरों का कहना था कि महिला देवमुनी की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई। जबकि परिजनों का कहना था कि टीका लगवाने से पहले उनकी हालत बिलकुल ठीक थी। टीका लगाने के बाद उनकी हालत बिगड़ी।
झारखंड में चल रहा है वैक्सीनेशन प्रोग्राम
बता दें कि झारखंड में जनवरी महीने से ही वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू कर दिया गया था। अब तक राज्य में 13 लाख 84 हजार 75 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। राज्य में कुछ लोगों को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया कोविशील्ड तो वहीं कुछ लोगों के भारत बायोटैक का कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। टीका लगाये जाने के बाद अधिकांश लोग सामान्य हैं लेकिन कुछ लोगों ने सिर दर्द, उल्टी, हल्का बुखार और बदन दर्द जैसी शिकायत की है।