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आस्था : पहली मार्च को है महाशिवरात्रि -देश के प्रमुख शिव मंदिरों के बारे में जानिये

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रांची:

इस साल महाशिवरात्रि 1 मार्च को मंगलवार के दिन पड़ रही है। भोले बाबा का नाम सामने आते ही अपनी रांची का पहाड़ी मंदिर याद आ जाता है। हर दिन पहाड़ी बाबा के दर्शन करने श्रद्धालु पहुंचते हैं। लेकिन शिवरात्रि के दिन इसकी छटा देखते ही बनती है। भक्तों का तांता सा सुबह से ही लग जाता है। इस खबर में हम आपको देश के उन चर्चित और ख्यात शिव मंदिरों के बारे में बताएंगे, जिनके दर्शन आप इस महाशिवरात्रि पर कर सकते हैं।

बिहार-झारखंड के प्रमुख शिव मंदिर

देवघर का बाबाधाम मंदिर

झारखंड का देवघर बहुत ही प्राचीन शहर है। यहां के बाबा वैद्यनाथ मंदिर में 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक स्थापित है।सावन के दिनों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। सुल्तानगंज में गंगा नदी से जल लेकर आते हैं और यहां जलाभिषेक करते हैं। कहा जाता है कि यहां मांगने से हर किसी की कामना पूरी होती है। इसलिए यहां के शिलिंग को  कामना लिंग भी कहा जाता है।

 

सोमनाथ मन्दिर - विकिपीडिया

चालुक्य शैली का सोमनाथ मंदिर 

ऐतिहासिक शिव मंदिरों में ही सबसे प्राचीन है सोमनाथ मंदिर। यह सौराष्ट्र में वेरावल के पास प्रभास क्षेत्र में स्थित है। समुद्र के किनारे स्थित इस मंदिर की खासियत है -चालुक्य शैली की वास्तुकला। श्रद्धा यहां आकर आंखों को भी लुभाती है। पर्यटकों की भीड़ यहां लगी रहती है। देश-दुनिया से पर्यटक यहां पहुंचते हैं।

 

त्र्यम्बकेश्वर मंदिर नासिक

महाराष्ट्र में नासिक के शहर से लगभग 28 किमी की दूरी पर त्र्यम्बकेश्वर मन्दिर स्थित है। आदिनाथ के सबसे लोकप्रिय देवस्थानों में से यह एक है। काले पत्थरों से निर्मित इस मंदिर में हीरे-मोतियों से जड़े शिवलिंग मोहक फिजा रचते हैं। इस शिवलिंग में भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश के मुख प्रदर्शित हैं। मान्यता है कि इसके दर्शन से हर मन्नत पूरी होती है।
 

  


भक्त मोटे शिव के नाम से पुकारते है 
महाराष्ट्र के पुणे शहर में भीमा नदी के उद्गम के पास भीमाशंकर मंदिर है। देवघर के समान यहां भी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक शिवलिंग है। इस मंदिर में विराजमान शिवलिंग काफी मोटा है, जिसे भक्त मोटे शिव के नाम से पुकारते हैं। महाशिवरात्रि के दिन  यहां आना काफी शुभ माना जाता है।