रांचीः
हिन्दू पंचाग के अनुसार कल यानि की शनिवार को सरस्वती पूजा यानि बसंत पंचमी है। हिन्दू मान्यताओं में इस दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है । इस दिन को विद्या की देवी कही जाने वाली माँ सरसवती की पूजा अर्चना भी की जाती है। यह दिन सभी विद्यार्थियों का होता है, इसलिए इस दिन विशेष तौर पर विद्यार्थी मां सरस्वती की अराधना करते हैं।
पीले रंग का है महत्व
हालांकि आपको बता दें कि इस दिन पीले रंग का अपना एक अलग ही महत्व है। इस दिन पीले वस्त्र पहनने की भी परंपरा है। बसंत पंचमी को पीले पुष्पों से मां सरस्वती की पूजा की जाती है। उन्हें पीले वस्त्र भेंट किए जाते हैं। माना जाता है कि इसी दिन से बंसत ऋतु का आरंभ होता है। सर्दी का जाना शुरू हो जाता है। सूर्य अपने पुराने तेवरों की ओर लौटने लगते हैं। सभी ऋतुओं में बसंत को सबसे खूबसूरत ऋतु माना गया है। इस दिन बसंत ऋतु का आरंभ होता है, इस दिन से पेड़, पौधे नई रंगत में लौटते हैं, बागों में फूल खिलने लगते हैं।
बसंत पंचमी, शुभ मुहूर्त
पंचाग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पंचमी की 05 फरवरी सुबह 03 बजकर 47 मिनट से शुरू हो कर 06 फरवरी प्रात: 03 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। अतः बसंत पंचमी का पर्व 05 फरवरी 2022, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन सिद्ध योग शाम 17 बजकर 40 मिनट तक बना हुआ है। पंचांग के अनुसार इस दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र रहेगा।