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पंजाब : ओलंपिक पदक विजेता हॉकी खिलाड़ी वरिंदर सिंह का निधन, नम आंखों से दी गई विदाई 

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डेस्क: 

ध्यानचंद पुरस्कार विजेता वरिंदर सिंह का मंगलवार सुबह 78 साल की उम्र में निधन हो गया। जानकारी के अनुसार वे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और आज सुबह अचानक उनकी मौत हो गयी। उनका अंतिम संस्कार जालंधर में ही पैतृक गांव धन्नोवाली में स्थित श्मशान घाट पर दोपहर साढ़े 3 बजे किया गया। बता दें कि वरिंदर सिंह ओलंपिक और विश्व कप पदक विजेता टीम का हिस्सा रहे। 

2008 तक पंजाब खेल विभाग में भी बतौर कोच काम किया
वरिंदर 1975 मॉन्ट्रियाल ओलिंपिक में भी भारतीय टीम में शामिल थे। वरिंदर को 2007 में प्रतिष्ठित ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी नवाजा गया था। बतौर फील्ड हॉकी खिलाड़ी अपनी पहचान बनाने वाले वरिंदर सिंह ने 1985 से 1993 तक पंजाब एंड सिंध बैंक में हॉकी कोच के रूप में अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद वह 2008 तक पंजाब राज्य के खेल विभाग में भी बतौर कोच सेवाएं देते रहे।

16 मई 1947 में हुआ था जन्म
ध्यानचंद पुरस्कार विजेता वरिंदर का जन्म 16 मई 1947 में हुआ था। वर्ष 1970 के दशक में भारत की कई यादगार जीत का हिस्सा रहे वरिंदर 75 साल के थे। म्यूनिख में 1972 में हुए ओलिंपिक खेलों में भारत की हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता। वरिंदर इस टीम में फॉरवर्ड के तौर पर खेले थे। उन्होंने भारतीय टीम को पदक तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।