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कुवैत : गुमला की किरण बारला ने चौथी एशियन यूथ एथलेटिक्स में जीता स्वर्ण, बनाया नया रिकॉर्ड

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रांची :

म्हारी छोरियां छोरों से कम है के.... दंगल फिल्म का यह डॉयलॉग हमारी बेटियों पर पूरी तरह फीट हो रहा है। फीफा अंडर 17 विश्व कप फुटबॉल में झारखंड की छह बेटियां भारतीय फुटबॉल टीम का हिस्सा बनकर देश का नाम रोशन कर रही है। इस बीच एक और खिलाड़ी ने झारखंड का नाम रोशन कर दिया है। गुमला की रहने वाली ही आशा किरण बारला कुवैत में आयोजित चौथी एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा का लोह मनवा दी। आशा ने 800 मीटर के फाइनल में 2:06.79 से० समय के साथ नया रिकॉर्ड बनाते हुए चौथी यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।  इससे पहले यह रिकॉर्ड एक श्रीलंका की खिलाड़ी के नाम पर था। उसने 2.07.81 से. में दौड़ पूरी कर रिकॉर्ड बनाया था। जिसे झारखंड की आशा ने तोड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। मालूम हो कि एशियन एथलेटिक्स संघ द्वारा 13 से 16 अक्टूबर तक कुवैत में चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा है। 

बधाइयों का लगा तांता
आशा किरण बारला बोकारो स्थित भाटिया अकादमी में आशू भाटिया के अधीनस्थ प्रशिक्षणरत प्राप्त करती हैं। आशा की सफलता पर झारखंड के पर्यटन कला संस्कृति खेल कूद एवम युवा कार्य विभाग के सचिव मनोज कुमार, खेल निदेशक सरोजनी लकड़ा, झारखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मधुकांत पाठक, सचिव सीडी सिंह, आशीष झा, डॉ. प्रभात शंकर, एसके पांडेय, आलोक मिश्रा, सुखेर भगत, साई प्रभारी विनोद सिंह, वरुण कुमार, प्रभाकर वर्मा, भरत यादव, किरण रानी, अजय नायक, कोच योगेश यादव, अरविंद कुमार, प्रभात रंजन तिवारी, शशांक भूषण सिंह, राज्य तकनीकी समन्वयक अनवर हुसैन समेत राज्य के खेल प्रेमियों ने बधाई दी।

कई प्रतियोगिताओं में जीत चुकी है पदक
झारखंड के गुमला जिले के कामडारा प्रखंड के नावाडीह गांव में रहने वाली आशा किरण बारला खेलो इंडिया समेत कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी है। आशा ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2017 में एक गोल्ड, 2018 में तीन गोल्ड, 2019 में एक गोल्ड, 2021 में एक सिल्वर और 2022 में भी दो गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी है। अब एशियन गेम्स में स्वर्ण पर कब्जा जमा कर झारखंड व देश का मान बढ़ाया।