दिवाली खत्म हो चुकी है। सर्दियों ने दस्तक दी है। अब हर साल की भांति इस साल भी वायु प्रदूषण का मसला सुर्खियों में है। विशेष तौर पर राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण ने भीषण रुख अख्तियार कर लिया है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी खराब स्थिति में पहुंच
दिवाली मतलब लाईट और पटाखें। पटाखों से काफी ध्वनि और एयर प्रदूषण होता है। इस बार रांची वालों ने ग्रीन दिवाली मनाई। न ही अस्पतालों में भीड़ हुई और घरों में आगजनी हुई। इतना ही नहीं पिछले साल की तुलना में इस बार प्रदूषण का लेवल भी कम रहा। वायु प्रदूषण जहां पिछ
स्वच्छ हवा और पानी हर नागरिक का अधिकार है। स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। हमें वायु की खराब गुणवत्ता के मूल कारणों पर बात करनी होगी। ये कहना है पूर्व रेलमंत्री और सांसद सुरेश प्रभु का। गौरतलब है कि सुरेश प्रभु सेंटर फॉर स्टडी ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड प