मोदी जी एंड कंपनी के घोटाले की रेलगाड़ी की रफ्तार नहीं थम रही है। घोटाले की लंबी श्रृंखला खड़ी करने वाली मोदी सरकार लगातार स्वतंत्र संस्थाओं का उपयोग अपने मित्र व्यापारिक घराने को बचाने में कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरूवार को प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों तथा संगठन की मजबूती पर चर्चा की।
झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने निलंबित आलोक दुबे, राजेश गुप्ता छोटू और किशोर शाहदेव का निलंबन वापस लेने का आदेश जारी किया है।
बैठक में झारखंड में इंडिया गठबंधन की जीत के लिए कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को धन्यवाद देने का प्रस्ताव पारित किया गया।
कांग्रेस भवन में विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर, राजेश ठाकुर के साथ कांग्रेस कोटे के मंत्री विधायक शामिल हुए हैं।
बैठक में विगत दिनों संपन्न हुए चुनाव के संदर्भ में प्रत्येक सीट की समीक्षा की गई। इस क्रम में संबंधित लोकसभा के जिला अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी से फीडबैक लिया गया।
लोकसभा चुनाव में झारखंड में हार की कांग्रेस समीक्षा करेगी। इस बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने बताया कि गत दिनों संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में झारखंड में इंडिया गठबंधन को 5 सीटों पर जीत मिली।
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी ने एक राजनीतिक दल के रूप में हिन्दुस्तान के संस्थाओं, प्रशासनिक ढांचा, इंटेलिजेंस एजेंसी, न्यायपालिका पर कब्जा किया। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कब्जा किया। धमकाया। संस्थाओं को डराया।
जनता ने किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं दिया। खासकर सत्ताधारी दल बीजेपी ने एक व्यक्ति एक चेहरे के नाम पर वोट मांगा। स्पष्ट हो गया कि बहुमत मोदीजी के खिलाफ गया। ये उनकी राजनीतिक और नैतिक हार है।
कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। निर्देश दिया है कि किसी भी मतगणना स्थल पर यदि गड़बड़ी दिखे तो तुरंत सूचित करें।
जामताड़ा में मंगलवार की देर रात कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गया। मामला जिले के नारायणपुर थानाक्षेत्र का बताया जा रहा है।
झारखंड कांग्रेस के विधायकों का विवादों से गहरा नाता रहा है। सरकार बनने के साथ ही कई विधायक विवादों में आ गए। कभी कैश कांड, तो कभी सरकार अस्थिर करने की साजिश, तो कुछ मंत्री बनने के लिए बगावत।