कश्मीर में आतंकियों ने गैर-कश्मीरियों का रहना मुश्किल कर दिया है। हालत ऐसी हो गई है कि अब कश्मीरी पंडित अपने घर में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। ​​​​​​इन टार्गेट किलिंग्स के बाद लोगों में दहशत है और वे घाटी के बजाय जम्मू में रहना चाहते हैं।