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Balamani Amma birth anniversary : Google ने Doodle बनाकर महान कवियत्री बालमणि अम्मा को उनकी 113वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि

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डेस्क:

गूगल (Google) आज  मशहूर भारतीय कवित्री बालमणि अम्मा (Balamani Amma) की 113वीं जयंती मना रहा है। इस मौके पर गूगल (Google) ने बेहद शानदार डूडल (Doodle) बनाकर उन्हें श्रंद्धजलि अर्पित की है। बालमणि अम्मा को मलायलम साहित्य की अम्मा (Amma of Malayalam Literature) कहा जाता है। बता दें कि यह डूदल केरल (Kerela) की देविका रामचंद्रन (Devika Ramachandran) ने तैयार किया है। तो आईये हम आपको बताते है कि आखिर ये बालमणि अम्मा कौन हैं।

कोई औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की
बालमणि अम्मा का जन्म केरल के त्रिशूर जिले में हुआ था। अम्मा ने कोई औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की। उन्हें अपने चाचा नलप्पट नारायण मेनन से घर पर ही शिक्षा प्राप्त की। इसके बावजूद वे आगे चलकर महान कवयित्री बनीं। बालमणि के मामा कवि थे। उनके पास किताबों का अच्छा-खासा कलेक्शन था। इसी के सहारे बालमणि को कवि बनने में मदद मिली। हालांकि 19 साल में उनकी शादी वी.एम. नायर से करवा दी गई। जो मलयालम अखबार 'मातृभूमि' के प्रबंध निदेशक और प्रबंध संपादक थे।

पद्म विभूषण से सम्मानित
अम्मा ने अपनी शुरुआती कविताओं में पौराणिक पात्रों और कहानियों को अपनाकर मातृत्व और महिलाओं को शक्तिशाली शख्सियत के रूप में प्रस्तुत किया गया है। अम्मा की पहली कविता कोप्पुकाई, 1930 में प्रकाशित हुई थी। उन्हें कोचीन साम्राज्य के पूर्व शासक परीक्षित थंपुरन से एक प्रतिभाशाली कवि के तौर पर पहचान मिली। 

अम्मा के नाम कई पुरस्कार शामिल
अम्मा को कई सारे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।जिसमें भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण भी शामिल है। उन्हें 'साहित्य निपुण पुरस्कारम' से सम्मानित किया था।  इसके अलावा उन्हें सरस्वती सम्मान से भी सम्मानित किया गया हैं। बता दें कि अम्मा की बेटी कमला दास को 1984 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।