बेगूसराय
बिहार में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां बेगूसराय जिले में पुलिस ने एक डेड बॉडी का अंतिम संस्कार कराना ही भूल गई। मामला मंझौल थाने से जुड़ा हुआ है, जहां पुलिस की लापरवाही के चलते एक शव को 72 घंटे तक अस्पताल के डिफ्रीज में रखने के बजाय 8 दिनों तक छोड़ दिया गया। यह घटना सदर अस्पताल में हुई, और यह अस्पताल में पहला मामला है जब किसी अज्ञात शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे 8 दिन तक डिफ्रीज में छोड़ दिया गया, और उसकी पहचान भी नहीं हो पाई।
यह मामला तब सामने आया जब 21 दिसंबर को मंझौल थाना क्षेत्र के राजपुर घाट के पास एक बगीचे से पुलिस ने एक युवक का शव बरामद किया था, जिसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में किया गया। हालांकि, इस शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजने में पुलिस ने देरी की, और 27 दिसंबर को मंझौल थाने के चौकीदार ने जब इस बारे में शिकायत की, तो अस्पताल प्रबंधन के कान खड़े हो गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएस डॉ. संजय कुमार सिंह ने अस्पताल के लिपिक राजेश कुमार सिन्हा को निर्देश देते हुए मंझौल थाने की पुलिस को शव को 12 घंटे के अंदर अस्पताल से हटा लेने का आदेश दिया। इसके बाद, 30 दिसंबर को मंझौल थाने की पुलिस ने शव को दाह संस्कार के लिए सदर अस्पताल से उठाया और मंझौल थाना ले गई।
डीएस के अनुसार, अज्ञात शवों का पोस्टमार्टम के बाद पहचान के लिए 72 घंटे तक अस्पताल में रखा जाता है, और पहचान सुनिश्चित होने तक शव को सुरक्षित रखने के लिए डिफ्रीज की व्यवस्था की जाती है।