द फॉलोअप डेस्क
बिहार सर्किल के डाक विभाग ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 50,577 जाली खातों की पहचान की है। इन खातों का इस्तेमाल सरकारी योजनाओं की राशि हड़पने के लिए किया जा रहा था, जिसके बाद पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। जांच में पता चला कि पटना सहित 10 जिलों में यह फर्जीवाड़ा सबसे अधिक था, और सात जिलों में एक हजार से ज्यादा फर्जी खाते पकड़े गए हैं।
सात जिलों में 1,000 से ज्यादा फर्जी खाते पकड़े गए
पटना में सबसे ज्यादा 9,654 फर्जी खाताधारियों की पहचान की गई, जबकि भागलपुर में 5,654 और औरंगाबाद में 3,432 खाते बंद हुए। दरभंगा में 3,345, मधुबनी में 2,238, नालंदा में 2,342 और पूर्णिया में 1,143 खाते बंद किए गए। इस कार्रवाई में कुल 50,577 जाली खाते पकड़े गए, जिनका इस्तेमाल सरकारी योजनाओं के लाभ को गलत तरीके से हड़पने के लिए किया जा रहा था।
13 लाख से ज्यादा खाते बंद, 17 लाख से अधिक नए खाते खोले गए
बिहार डाक विभाग ने पिछले एक साल में कुल 13,96,970 खाते बंद किए, जबकि 17,27,756 नए खाते खोले गए। नए खाते खोलने के मामले में समस्तीपुर जिला सबसे आगे रहा, जहाँ 1,36,369 नए खाते खोले गए। इसके बाद पूर्वी चंपारण (1,23,409), गया (1,26,955), दरभंगा (1,08,834) और पटना साहिब (89,990) का नंबर आता है।
सख्त दिशा-निर्देश जारी
जाली खातों की पहचान के बाद डाक विभाग ने सभी डाकघरों को सख्त हिदायत दी है। अब खाता खोलने से पहले हर दस्तावेज की बारीकी से जांच की जाएगी। डाक विभाग के निदेशक पवन कुमार ने कहा, "हमने डाकघरों को साफ तौर पर कहा है कि खाता खोलने से पहले सभी दस्तावेजों की सही तरीके से जांच की जाए। लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।"
बिहार के टॉप 10 जिले जहां खुले सबसे ज्यादा खाते
नए खातों के मामले में बिहार के टॉप 10 जिले इस प्रकार हैं:
1. समस्तीपुर - 1,36,369
2. पूर्वी चंपारण - 1,23,409
3. गया - 1,26,955
4. दरभंगा - 1,08,834
5. सीवान - 91,988
6. नालंदा - 89,315
7. भोजपुर - 89,064
8. पटना साहिब - 89,990
9. वैशाली - 70,994
10. नवादा - 58,188
इस बड़ी कार्रवाई के बाद डाक विभाग ने सुनिश्चित किया है कि अब किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे और सही ग्राहकों को जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।