द फॉलोअप डेस्क
बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं में बड़े पैमाने पर सुधार हो रहा है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में विकास हो और हर जिले में आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हों। इसी कड़ी में बिहार सरकार ने फैसला लिया है कि सूबे के सभी जिलों में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।
जानकारी के अनुसार, बिहार के 38 जिलों में से 35 जिलों में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। इस योजना के तहत राज्य में 13 मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहले से संचालित हैं, जबकि 22 नए मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों का निर्माण कार्य चल रहा है। यह कदम स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में संचालित मेडिकल कॉलेजों में नेशनल मेडिकल कमीशन, दिल्ली द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि निर्धारित मानकों को पूरा करने के बाद ही किसी मेडिकल कॉलेज को मान्यता दी जाती है, जिससे गुणवत्ता और मानक बनाए रखे जाते हैं।
इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि बक्सर, सीवान, गोपालगंज, किशनगंज, सारण, सहरसा और अन्य जिलों में 10 ब्लड सेपरेटर यूनिट स्थापित की जाएंगी। इस योजना के तहत, पूर्वी चंपारण में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा ब्लड कॉम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट का काम किया जा रहा है। 2025-26 में मोतिहारी सदर हॉस्पिटल में भी ब्लड कॉम्पोनेंट यूनिट की स्थापना की जाएगी, जिससे रक्त की गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके और मरीजों को त्वरित उपचार मिल सके। इस पहल के तहत बिहार के हर जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है, ताकि यहां के लोग बेहतर चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकें।