पटना
गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में इस बार बिहार का झांकी वर्षों बाद अपनी जगह बनाएगी। इस झांकी में बिहार की समृद्ध परंपरा, बुद्ध, ज्ञान और शांति को प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय और राजगीर में इसके पुनर्जीवित आधुनिक संस्करण के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। बिहार की प्राचीन और समृद्ध धरोहर को झांकी में दीवार चित्रों के माध्यम से उकेरा गया है।
झांकी में भगवान बुद्ध को शांति का संदेश देते हुए दिखाया जाएगा। इसके साथ ही प्राचीन नालंदा महाविहार (विश्वविद्यालय) के अवशेषों को दर्शाया गया है, जहां कभी चीन, जापान और मध्य एशिया जैसे दूर-दराज़ के देशों से विद्यार्थी अध्ययन करने आते थे।
एक अधिकारी ने बताया, "नालंदा की प्राचीन गरिमा को बहाल करने के लिए बिहार सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। प्राचीन नालंदा को ज्ञान का केंद्र फिर से स्थापित करने के उद्देश्य से राजगीर में अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। इस आधुनिक संरचना में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की वास्तुकला को दर्शाने वाले सारिपुत्र स्तूप, गोपुरम प्रवेश द्वार और पारंपरिक बरामदे की झलक झांकी में दिखाई जाएगी।"