द फॉलोअप डेस्क
बिहार विधानसभा के बजट सत्र से पहले नीतीश कुमार की कैबिनेट में बड़ा विस्तार हुआ है। इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। जानकारी हो कि 26 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 7 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद 27 फरवरी को उनके विभागों का बंटवारा किया गया। इस विस्तार में JDU को कोई जगह नहीं मिली। जबकि जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन का पावर घटा दिया गया, जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है।
नीतीश को बताया कठपुतली CM
हालांकि, कैबिनेट विस्तार के बाद प्रदेश में राजनीति तेज हो गई। इस पर कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दीं। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कठपुतली सीएम बताते हुए BJP पर आरोप लगाया कि वह JDU को दबा कर अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रही है। यह बयान अखिलेश सिंह ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दिया। मुजफ्फरपुर में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा, "BJP ने नीतीश कुमार को पीछे धकेल दिया है। मंच पर भले ही प्रधानमंत्री मोदी उन्हें लाडला कहते हों, लेकिन सच्चाई यह है कि उन्हें कठपुतली बना दिया गया है।"भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर भी साधा निशाना
इसके साथ ही अखिलेश सिंह ने BJP के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को भी अपने निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि दिलीप जायसवाल के इस्तीफे में इतनी गलतियां हैं कि पूरा बिहार उन्हें गंभीरता से नहीं ले सकता। इसके साथ ही उन्होंने दिलीप जायसवाल के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर विपक्ष को विकास नहीं दिखता, तो उन्हें आंख का ऑपरेशन कराना चाहिए।
आई वॉश जैसा है कैबिनेट विस्तार
बता दें कि इस मौके पर पार्टी के नेता प्रेमचंद मिश्रा ने भी कैबिनेट विस्तार पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह कैबिनेट विस्तार सिर्फ "आई वॉश" जैसा है, क्योंकि नए मंत्रियों को बहुत कम समय मिलेगा और वे कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं कर पाएंगे।