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बच्चों को कातिल बना रहा है ये 'ऑनलाइन मोबाइल गेम', बांका में मर्डर की ये कहानी आपको दहला देगी

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द फॉलोअप डेस्कः 
बिहार के बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र अंतर्गत सिकानपुर गांव से तीन जनवरी को पुलिस ने तालाब से 13 वर्षीय किशोर का शव बरामद किया था। पुलिस ने इस हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है। मामले में दो नाबालिग लड़कों को पुलिस ने पकड़ा है। दोनों पर हत्या का आरोप है। 2 जनवरी को मृतक किशोर दिलखुश कुमार के पिता रामदेव यादव ने किडनैपिंग की शिकायत दर्ज की थी। गांव के ही चार लोगों पर आरोप लगाया था। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो अगले ही दिन नयाडीह गांव के बहियार स्थित एक पोखर से दिलखुश की लाश बरामद की गई। इसके बाद किडनैपिंग का यह मामला ह्त्या में बदल गया। 


फ्री फायर गेम खेलता था दिलखुश 
मामले की गंभीरता को देखते हुए बांका एसपी डॉ. सत्यप्रकाश द्वारा बांका एसडीपीओ विपिन बिहारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जां में पता चला कि मृतक दिलखुश कुमार अपने गांव के अन्य दो लड़कों के साथ मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेलता था। मृतक के घर के समीप से अभियुक्त का चप्पल मिला। इसके बाद पुलिस ने दोनों लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसके बाद मामले का खुलासा हुआष पकड़े गए दोनों लड़के नाबालिग हैं। 


क्या है हत्या की वजह 
पुलिस ने बताया कि दिलखुश के एक दोस्त के पास गेम खेलने के लिए मोबाइल नहीं था। इसके लिए उस दोस्त ने दिलखुश से 10 हजार रुपये उधार लिए थे। लेकिन उसने फोन नहीं खरीदा। पैसा किसी और काम में खर्च कर दिया। दिलखुश ने बाद में अपना पैसा मांगा और गेम खेलने के लिए अपना मोबाइल देने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर गुस्से में दिलखुश के दोस्त ने अपने एक और दोस्त के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। दिलखुश को एक जनवरी की रात करीब 8 बजे घर से बुलाकर बहियार की तरफ ले गए थे। वहां गमछे से उसका गला दबाया और कैंची से आंख में गोद दिया। इस तरह हत्या के बाद शव को तालाब में फेंक दिया। गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गमछा एवं कैंची को बरामद कर लिया गया है।