द फॉलोअप डेस्क
बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां अभी से बढ़ से गयी हैं। इसी बीच राष्ट्रीय लोक जनता दल के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा के एक बयान ने बिहार का सियासी पारा बढ़ा दिया है। कुशवाहा ने कहा है कि जदयू टूटने के कगार पर है और इसके कई मंत्री और नेता उनके संपर्क में हैं। बकौल कुशवाहा, उनके संपर्क में जदयू के जो नेता हैं, उनमें कई बिहार सरकार में मंत्री भी हैं। सांसद और विधायक तो संपर्क में हैं ही। हालांकि, उन्होंने फिलहाल जदयू के इन नेताओं के नाम सार्वजनिक करने से इनकार किया है लेकिन, उनके इस बयान से क्या जदयू, क्या बीजेपी और क्या राजद, सभी दलों के कान खड़े गये हैं।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से कुशवाहा की मुलाकात
गौरतलब है कि हाल ही में कुशवाहा ने बीजेपी के कद्दावर लीडर और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से भी मुलाकात की है। इस मुलाकात के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि, कुशवाहा ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया है। कहा है कि नित्यानंद से उनके संबंध तब से हैं, जब वे राजनीति में नहीं थे। वैसे भी राष्ट्रीय लोक जनता दल एनडीए का ही हिस्सा है इसलिए, ऐसी मुलाकातों को सियासी रंग देना सही नहीं होगा। साथ ही कहा कि अब चुनाव का माहौल है तो कुछ सियासी चर्चा होना लाजिमी है।
40 सीटों पर जीत का दावा
नित्यानंद से मुलाकात पर कुशवाहा ने आगे कहा कि उनकी पार्टी एनडीए का एक अहम घटक है इसलिए, वे नित्यानंद के आवास पर उनसे मिलने आये हैं। इससे निजी और सियासी, दोनों तरह के संबंधों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने आगामी चुनाव के लिए बिहार में अपनी संभावित रणनीति पर चर्चा की है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार एनडीए बिहार की सभी 40 सीटों पर उम्मीवार खड़ा करेगी और इन सभी पर जीत का परचम लहरायेगी।