द फॉलोअप डेस्क
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के खिलाफ JDU के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी ने मानहानि का मुकदमा दायर किया है। दरअसल अशोक चौधरी ने प्रशांत किशोर पर यह आरोप लगाया है कि प्रशांत किशोर ने यह बयान दिया है कि अशोक चौधरी ने अपनी बेटी को लोकसभा का टिकट दिलाने के लिए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को इन्होंने रिश्वत दी थी। बता दें कि चौधरी ने दीवानी अदालत में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये बात कही। उनकी बेटी शांभवी समस्तीपुर के आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से LJP की सांसद है।
अशोक चौधरी ने बातचीत में कहा कि, "प्रशांत किशोर द्वारा मेरी बेटी और मेरे खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद, मैंने उन्हें एक कानूनी नोटिस भेजा, जिसका उनका जवाब असंतोषजनक था। उन्होंने जो कहा उसके लिए उन्हें स्पष्ट रूप से कोई पछतावा नहीं है।" उन्होंने कहा, "इसलिए मैंने कानून का सहारा लिया है। मैं प्रशांत किशोर को चुनौती देता हूं कि वह साबित करें कि मैंने चिराग पासवान को पैसे दिए थे या माफी मांगने के साथ अपने आरोप वापस लें। अगर जरूरत पड़ी तो मैं इस लड़ाई को उच्चतम न्यायालय में ले जाने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हूं।''
चौधरी ने कहा कि “हम शुद्ध राजनीति करते हैं और मैं खुद दूसरी पीढ़ी का राजनीतिज्ञ रहा हूँ। मेरी बेटी जो कि सबसे कम उम्र की सांसद है,प्रशांत किशोर एक दलित लड़की की उपलब्धि को पचा नहीं पा रहे है”।
हालांकि प्रशांत किशोर ने कहा कि इस तरह के केस दर्ज कर हमें डराया नहीं जा सकता। वहीं अशोक चौधरी ने कहा कि जब हमने प्रशांत किशोर से इस विषय पर बात की तो उन्होंने कहा कि इस बात का उन्हे कोई पछतावा नहीं है। तब मैंने कोर्ट का सहारा लिया है।