द फॉलोअप डेस्क
बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा दोबारा कराने की छात्रों की मांग के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आखिरकार 15वें दिन अपना अनशन तोड़ दिया। पटना के मरीन ड्राइव स्थित जन सुराज आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में प्रशांत किशोर ने 14 दिन लंबा अनशन समाप्त किया। इससे पहले उन्होंने महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया, हवन-पूजन किया और फिर पवित्र गंगा में डुबकी लगाई। इसके बाद उन्होंने केला और जूस पीकर अपना अनशन समाप्त किया। इस मौके पर जन सुराज के समर्थक भी मौजूद रहे।
इससे पहले, अनशन पर रहने के कारण प्रशांत किशोर की तबीयत बिगड़ गई थी। 6 जनवरी की रात उनकी तबीयत गंभीर होने पर उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने पीके के पेट में इंफेक्शन की बात कही थी, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों ने उनसे अनशन तोड़ने की अपील की थी, लेकिन प्रशांत किशोर अपनी जिद पर अडिग रहे और उन्होंने अनशन जारी रखा। दो दिन बाद उनकी तबीयत में सुधार होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई, लेकिन आज 15वें दिन उन्होंने जन सुराज आश्रम में अनशन तोड़ दिया। हालांकि उनका सत्याग्रह जारी रहेगा।
वहीं, आज बीपीएससी री-एग्जाम की मांग को लेकर पटना हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई भी हुई। इस मामले का फैसला आज आने की संभावना है। सुनवाई के दौरान सरकारी व जन सुराज के वकीलों के बीच तीखी नोंकझोंक भी देखने को मिली। सुनवाई करीब 1 घंटे 20 मिनट तक चली।