logo

BIHAR : RCP सिंह ने दिया इस्तीफा, कहा- JDU डूबता हआ जहाज है, अब इसमें कुछ नहीं बचा है

rcp-singh_15962928031.jpg

पटना:
बिहार (Bihar) में सियासी हलचल इन दिनों चरम पर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह (RCP Singh) ने JDU की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (Umesh kushwaha) ने उनके संपत्ति को लेकर उनसे जवाब-तलब किया था। जवाब देने से पहले आरसीपी सिंह ने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया। अपना इस्तीफा देते हुए आरसीपी सिंह ने तो यहां तक कह डाला कि जेडीयू डूबता हआ जहाज है अब इसमें कुछ नहीं बचा है।

7 जनम तक प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे नीतीश
शनिवार को अपने पैतृक गांव में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जेडीयू डूबता हआ जहाज है। इसके अब कुछ नहीं बचा है। साथ ही कहा कि मैंने अपने सहयोगियों से कह दिया है कि जहां काम कर सकें, वहां चले जाएं। इसके साथ उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि  वे 7 जनम तक प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे।

सब कुछ डॉक्युमेंटेड है जांच करा लें
जमीन खरीदनों के अरोप पर उन्होंने कहा कि रुपए हों तो निवेश करने के लिए सभी को संपत्ति खरीदने का अधिकार है। मेरे पिता सरकारी नौकरी में थे। उन्होंने अपनी कमाई से जो जमीनें खरीदी, वो मेरी बेटियों के नाम कर दी हैं। मेरी बेटियां साल 2010 से टैक्स रिटर्न फाइल कर रही हैं। मेरी पत्नी गांव में रहती है और खेती कराती हैं। उनके नाम पर जमीनें हैं। सब कुछ डॉक्यूमेंटेड है। जांच करा लें।

अपने पास ऑप्शन खुला है
इसके साथ ही जब उनसे पूछा गया गया कि अब आप किस पार्टी के साथ जाएंगे। इसपर उन्होंने कहा कि इस मामले पर मैं अपने सहयोगियों से पहले बात करूंगा। उनकी राय सुनूगा उसके बाद ही कोई फैसला लूगा। अपने पास ऑप्शन खुला है। 

आरसीपी सिंह पर क्या आरोप हैं
दरअसल जब जेडीयू कार्यकर्ता की ओर आरसीपी के संपत्ति विवाद को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई तो आरोपों पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पत्र के माध्यम से आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था। प्रदेश अध्यक्ष ने नोटिस जारी कर लिखा कि आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है। साथ ही आरसीपी सिंह के द्वारा खरीदी गई संपत्ति का भी बिंदुवार जिक्र किया गया है। अपने नोटिस में जदयू ने यह आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह ने नालंदा जिला के 2 प्रखंड में 40 बीघा जमीन खरीदी और जमीन के इस खेल में दान में जमीन लेकर उसका खरीद बिक्री किया गया। साथ ही इन सभी संपत्तियों का जिक्र चुनावी हलफनामे में नहीं किया गया जदयू ने एक और बड़ा आरोप आरसीपी सिंह पर लगाया कि उन्होंने जमीन के खरीद में अपनी पत्नी के नाम में भी हेराफेरी की है ।