पटना
बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव के पार्टी और परिवार से बाहर होने पर प्रतिक्रिया दी है। तेजस्वी ने कहा, “यह (तेज प्रताप यादव का) अपना निर्णय है—जो भी उन्हें सही लगेगा, वही वे करेंगे। और राष्ट्रीय अध्यक्ष (लालू यादव) ने पहले ही ट्वीट के माध्यम से अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है।”
इससे पहले RJD प्रमुख लालू यादव ने एक ट्वीट कर तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बाहर करने की घोषणा की।
लालू यादव ने लिखा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूँ। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूँ। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सार्वजनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है।”
तेज प्रताप यादव की इस कार्रवाई से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है, क्योंकि वे RJD के प्रमुख चेहरे माने जाते थे। तेजस्वी यादव के बयान से यह भी साफ हो रहा है कि वे इस मामले में एक तटस्थ रुख अपनाए हुए हैं।